नई दिल्ली : यूरोप के कुछ बड़े फुटबॉल क्लबों के सूत्रों की माने तो फीफा अंडर 17 वर्ल्ड कप के चलते उनके प्रतिनिधि भविष्य के चैम्पियनों की खरीद-फरोख्त के लिए गोवा, कोलकाता, गुवाहाटी आदि शहरों में डेरा डाले थे और सभी ने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को चुना भी। वर्ल्ड कप में भाग लेने वाले खिलाडियों का स्तर देखकर यह तो पता चल ही गया है क़ि दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल लगातार प्रगति कर रहा है । खासकर चैम्पियन इंग्लैण्ड स्पेन, माली, ईरान,घाना, ब्राजील, फ्रांस, अमेरिका, जर्मनी, जापान, कोलंबियाआदि देशों की फुटबॉल हैरान करने वाली स्थिति से भी आगे बढ़ चुकी है ।
भाग लेने वाली टीमों में से लगभग सभी के अधिकांश खिलाड़ी दुनिया के टॉप क्लबों के लिए खेल रहे हैंया उनसे जुड़ने वाले हैं। इंग्लैण्ड, ब्राज़ील जर्मनी, स्पेन और फ्रांस के कई खिलाडी बार्सिलोना, रियाल मेड्रिड, बायर्न म्यूनिख, मैनचेस्टर युनाइटेड, लिवरपूल आदि से जुड़ चुके हैं । अन्य देशों के प्रमुख खिलाड़ी भी कईबड़े क्लबों का हिस्सा बनचुके है । कहने का तात्पर्य यह है क़ि भारत में आयोजित वर्ल्ड कप एक बड़ी फुटबॉल मंडी साबित हुआ है। इस बाजार में प्रतिभा के कद्रदानों ने लगभग दो सौ खिलाडियों की कीमत लगाई।
हालाकि भारतीय मीडिया ने अपने खिलाड़ियों के बारे में बहुत कुछ कहा किंतु भारतीय खिलाडियों को फिलहाल कोई भाव नहीं मिला है। इंग्लैंड और स्पेन के कुछ समाचार माध्यमों की माने तो देश-विदेश के बड़े फुटबॉल क्लब उनके खिलाड़ियों को खरीदने के लिए बड़ी से बड़ी बोली बोलने के लिए तैयार हैं। वैसे भी पहले आठ में पहुंची लगभगसभी टीमों के खिलाडी फुटबॉल जगत को भा गए हैं। उनका भविष्य पूरी तरह सुरक्षित हो चुका है। वर्ल्ड कप के चलते लगभग सभी देशों के फुटबॉल क्लबों के प्रतिनिधि भारत में थे और उन्हें पसंदीदा मेटेरियल मिल गया है। चीन, जापान, ईरान और इराक के क्लब भी खरीददारोंमे शामिल बताए जाते हैं।