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Babasaheb Ambedkar
बाबा साहेब अम्बेडकर की जयन्ती हम मना चुके हैं अतः यह वाजिब सवाल बनता है कि आजादी के 74 साल बाद आज देश में दलितों या अनुसूचित जातियों के लोगों की आर्थिक व सामाजिक स्थिति क्या है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा फुले को सामाजिक न्याय के चैंपियन और अनगिनत लोगों के लिए आशा के स्रोत के रूप में व्यापक रूप से सम्मानित किया जाता है।
भारत को जब राज्यों का संघ हमारी संविधान सभा ने घोषित किया था और संविधान के रचयिता बाबा साहेब अम्बेडकर ने 26 नवम्बर, 1949 को यह घोषणा की थी