BREAKING NEWS
Pawan Executioner
पवन ने बताया की वह 17 मार्च को तिहाड़ जेल आये थे और डमी ट्रायल किया। सबसे पहले फांसी के फंदो को सही और मक्खन पिलाकर मुलायम किया गया।
सात साल चली लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार वो घड़ी भी आ ही गई, जब निर्भया के कातिलों की फांसी में फंसी हर 'फांस' गुरुवार को निकाल फेंकी गई।
निर्भया कांड के मुजरिमों को फांसी के फंदे से बचाने के लिए वकील-मुजरिमों के तीमारदारों द्वारा जहां अदालतों के बाहर हर संभव कोशिशें जारी हैं, वहीं दिल्ली की तिहाड़ जेल ने अपने स्तर पर फांसी पर मुजरिमों को चढ़ाने के तमाम बंदोबस्त पूरे कर लिए हैं।
तमाम कानूनी दांव-पेचों के बाद आखिरकार गुरुवार को तय हो गया कि निर्भया के हत्यारे शुक्रवार (20 मार्च 2020) को ही तड़के करीब साढ़े पांच बजे तिहाड़ जेल में फांसी के फंदे पर लटकाए जाएंगे।
निर्भया के हत्यारों को फांसी पर टांगने के लिए लिए गुरुवार को पवन जल्लाद तिहाड़ जेल पहुंच जाएगा। अब तक पूरी हुई कानूनी प्रक्रिया में अगर कोई बदलाव नहीं हुआ तो, एक फरवरी को सुबह छह बजे चारों मुजरिम फांसी के फंदे पर लटका दिए जाएंगे।