Car Safety Tips : अगर आप भी कार (Car) चलाते है तो आपने एक बात गौर किया होगा कि जैसे ही आपने अपनी कार का टैंक फुल करवाया होगा वैसे ही पंप के नोजल से गिर रहा पेट्रोल या डीजल अपने आप ही बंद हो जाता है। लेकिन क्या आपने सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है। आज इस लेख में जानेंगे कि ऐसा होने के पीछे क्या-क्या कारण है।
Highlights
ऐसा पेट्रोल पंप नोजल में लगे शट ऑफ वॉल्व के कारण होता है। जैसे ही आपकी कार का टैंक फुल होता है यह वॉल्व अपने आप बंद हो जाता है। इसी वॉल्व के जरिये आपके वाहन में तेल भरा जा रहा होता है तो जैसे ही इसका वॉल्व बंद होता है, कार की टंकी में जा रहा फ्यूल भी रुक जाता है। इस स्वचालित शट-ऑफ वॉल्व को एक छोटी ट्यूब के साथ डिज़ाइन किया गया है, जो टैंक में फैली रहती है। जैसे ही कार की टंकी में ईंधन का स्तर बढ़ता है और ट्यूब के शीर्ष पर पहुंचता है, दबाव बढ़ता है और शट-ऑफ वाल्व बंद हो जाता है।
यह तकनीक फिजिक्स के दो प्रमुख नियमों पर काम करती है। इसमें पहला है प्रेशर यानी दबाव। जब आपकी कार की टंकी में ईंधन भरा जाता है तो यह दबाव क्रिएट करता है। जैसे-जैसे फ्यूल ऊपर की तरफ जाता है, दबाव भी ऊपर चढ़ता जाता है। जब यह दबाव टैंक के टॉप पर पहुंचता है तो सेंसर्स शट ऑफ वॉल्व को बंद करने का संकेत भेजते हैं।
कार की टंकी में फ्यूल डालते समय फिजिक्स का दूसरा नियम वेंचुरी इफेक्ट काम करता है। यह इफेक्ट तब काम करता है, जबकि फ्यूल का प्रेशर कम करने के लिए उसे एक संकरी जगह से गुजारा जाता है। जैसे ही आपकी कार की टंकी के शीर्ष पर तेल पहुंचता है तो वेंचुरी ट्यूब की वजह से प्रेशर कम हो जाता और इसका इफेक्ट शट ऑफ वॉल्व को तत्काल ईंधन का प्रवाह बंद करने का संकेत देता है. वॉल्व के बंद होते ही तेल गिरना भी बंद हो जाता है।
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