IIT Delhi के शोधकर्ताओं ने साइक्लिक ट्रांसपेरेंट ऑप्टिकल पॉलिमर (सीवाईटीओपी) नामक पॉलिमरिक सामग्री पर एक ऐसी तकनीक को विकसित किया है, जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर डेटा स्टोरेज और एन्क्रिप्शन के नए रास्ते खोल सकता है।
आईआईटी दिल्ली के शोधकर्ताओं ने साइक्लिक ट्रांसपेरेंट ऑप्टिकल पॉलिमर (सीवाईटीओपी) नामक पॉलिमरिक सामग्री पर एक ऐसी तकनीक को विकसित किया है, जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर डेटा स्टोरेज और एन्क्रिप्शन के नए रास्ते खोल सकता है। IIT Delhi के अनुसार, प्रस्तावित तकनीक बहुमुखी है और इसका उपयोग विभिन्न सामग्रियों पर किया जा सकता है, इसमें वर्षा जल से नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन, जल गुणवत्ता जैसे क्षेत्र में इसका उपयोग संभव हो सकता है।
IIT Delhi के शोधकर्ताओं ने कहा कि आज की संचार प्रणालियों में डेटा एन्क्रिप्शन और सुरक्षा महत्वपूर्ण है।इंटरनेट ऑफ थिंग्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक की उन्नति के साथ यह चुनौती और भी जटिल होने जा रही है, जो या तो लगातार बड़ी मात्रा में डेटा का उत्पादन करती हैं या अपनी कुशल कार्यक्षमता के लिए डेटा पर निर्भर करती हैं। इसलिए, नए तंत्र विकसित करना अनिवार्य हो गया है, जो वर्गीकृत सूचनाओं के सुरक्षित तरीके से आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान कर सके।
IIT Delhi : आईआईटी दिल्ली के मैटेरियल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के अंकुर गोस्वामी ने कहा, वर्तमान अध्ययन में, एटॉमिक फोर्स माइक्रोस्कोप के ईएफएम मोड का उपयोग साइटोप पर माइक्रोकैंटिलेवर द्वारा चार्ज लिखने और पढ़ने के लिए किया गया था। हालांकि यह इलेक्ट्रेट पर नैनोस्केल पर चार्ज लिखने की क्षमता का एक बहुत ही प्रारंभिक चरण है, लेकिन मोटराइज्ड स्टेज और जांच का उपयोग करके इसे मैक्रोस्केल तक बढ़ाया जा सकता है, जैसे लिथोग्राफिक पैटर्निंग, जिसे एंड-टू-एंड एन्क्रिप्ट किया जा सकता है।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं