प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) की तीसरी वार्षिक बैठक का 26 जून को मुंबई में उद्घाटन करेंगे। इस बैठक में क्षेत्र में ढांचागत संरचना निवेश को विस्तार देने समेत अन्य विषयों पर चर्चा होगी।
वित्त मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि इस साल बैठक की थीम ‘ आधारभूत संरचना के लिए धन जुटाना : नवाचार एवं तालमेल ’ है। इसमें सरकार के विभिन्न स्तरों तथा विभिन्न संगठनों के अग्रणी लोग बेहतर ढांचागत निवेश के जरिये टिकाऊ भविष्य तैयार करने के अनुभव एवं तरीकों को साझा करेंगे।
मुंबई में 25-26 जून को हो रही इस बैठक का आयोजन आर्थिक मामलों का विभाग , केंद्र सरकार और एआईआईबी संयुक्त तौर पर कर रही है। चीन के बाद भारत इस बैंक में सबसे बड़ा हिस्सेदार है। भारत 1.2 अरब डालर के कर्ज की स्वीकृति के साथ इससे कर्ज सबसे ज्यादा कर्ज हासिल करने वाला देश है। बैंक अब तक सदस्य देशों को कुल 4.5 अरब डालर के कर्ज मंजूर कर चुका है।
मंत्रालय ने कहा कि इस बैठक में एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर फोरम शुरू किया जाएगा। यह फोरम व्यावहारिक एवं परियोजना केंद्रित विमर्श के लिए ढांचागत संरचना क्षेत्र में सक्रिय निकायों को एकजूट करेगा और महत्वपूर्ण ढांचागत जरूरतों के नवाचारी वित्तपोषण पर ध्यान देगा।
दो दिनों की इस बैठक में शीर्ष नीति निर्माता , एआईआईबी के सदस्य देशों में मंत्री , भागीदार संस्थानों के प्रतिनिधि , निजी क्षेत्र तथा सामाजिक संगठन हिस्सा लेंगे।
प्रधानमंत्री के अलावा वित्त मंत्री पीयूष गोयल और आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद गर्ग भी बैठक में उपस्थित रहेंगे तथा देश में संरचनात्मक योजनाओं में निवेश के पर्यावरणीय पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
बैठक के दौरान ढांचागत संरचना के लिए वित्त जुटाने , ढांचागत संरचना को महिलाओं के अधिक अनुकूल बनाने तथा एशिया एवं एशिया के बाहर संपर्क समेत विभिन्न मुद्दों पर केंद्रित संगोष्ठियां भी होंगी।
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