जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या और इस्लामाबाद द्वारा कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी का महिमामंडन करने वाला डाक टिकट जारी करने के बाद भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच न्यूयार्क में होने वाली बैठक रद्द कर दी थी। सेना प्रमुख रावत ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम के आह्वान के बावजूद सीमापार से घुसपैठ जारी है। उन्होंने कहा कि यह जारी रहने नहीं दी जा सकती और आतंकवादियों को घाटी में शांति बाधित करने से रोकने के लिए एक और सर्जिकल स्ट्राइक की ज़रूरत है।
सेना प्रमुख ने पाकिस्तान की सरकार और वहां की सेना को लेकर आज एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान में सेना और ISI सरकार के अधीन नहीं आती तब तक बॉर्डर पर हालात नहीं सुधरेंगे। इतना ही नहीं बिपिन रावत ने ये भी कहा कि जिस तरह के हालात चल रहे हैं उनको देखते हुए आतंकवादियों के खिलाफ एक और सर्जिकल स्ट्राइक की ज़रूरत है।
घाटी में लगातार पुलिसकर्मियों को आतंकवादियों द्वारा निशाने पर लिया जा रहा है। इस पर उन्होंने कहा कि पुलिस को टारगेट किया जाना आतंकियों की निराशा को दिखाता है। सेना घाटी में अपना ऑपरेशन चालू रखेगी। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आम आदमी मुश्किलें झेल रहा है, वहीं अलगाववादियों के रिश्तेदार विदेश में मौज कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज कश्मीर का युवा नौकरी की तलाश में है, लेकिन अलगाववादी और आतंकी उन्हीं नौजवानों से नौकरी छोड़ आतंकी बनने को कह रहे हैं। सेना प्रमुख बोले कि हम इस बात पर जोर दे रहे हैं कि किस तरह अपनी सेना को आधुनिक बनाया जाए। समय के अनुसार जल्द ही हम पूरी तरह से आधुनिक फौज को तैयार करना होगा।
उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं है कि फौज में हथियार बढ़ाए जाएं बल्कि अभी जो भी मौजूद हैं उन्हें ही आधुनिक कर दिया जाए। हम काफी चीज़ों में सुधार कर रहे हैं। बिपिन रावत ने कहा कि हम लोग साइबर के मामलों से भी निपटने के लिए काम कर रहे हैं। आपको बता दें कि इससे पहले भी सेना प्रमुख ने सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर बयान दे चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक सरप्राइज देने का हथियार है। इसे सरप्राइज ही रहने दें. वह भारतीय सेना के पाकिस्तान के खिलाफ एक और सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के सवाल पर जवाब दे रहे थे।