बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक खास इंटरव्यू लिया है। 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुआ हलकी-फुलकी बातचीत वाला यह इंटरव्यू राजनितिक मुद्दों से परे है। पीएम मोदी के जीवन से जुड़े कई पहलू सामने आए। अक्षय कुमार ने पीएम मोदी से उनके गुस्से, नींद, रिटायरमेंट और परिवार से जुड़े कई सवाल किए। पीएम मोदी ने भी उनके हर सवाल का बड़ी ही शालीनता से जवाब दिया। बीच में चुटकुलों का दौर भी चला।
क्या कभी सोचा था की प्रधानमंत्री बनेंगे?
शुरुआत में अक्षय कुमार ने पीएम मोदी से पूछा कि क्या उन्होंने कभी सोचा था कि एक दिन वह प्रधानमंत्री बनेंगे? जिसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि कभी भी ऐसा ख्याल नहीं आया कि प्रधानमंत्री बनूंगा। उन्होंने कहा कि जो पीएम बन जाते हैं उन सभी के दिमाग में भी ऐसा नहीं रहा होगा। हां, अगर किसी का परिवार ऐसा होता है तो बात अलग है। पीएम मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री तो दूर की बात है अगर उन्हें छोटी सी नौकरी भी मिल जाती तो उनकी मां खुश हो जाती। नरेंद्र मोदी ने कहा कि जीवन चलता गया और पीएम बन गया।
विपक्षी दलों में अपने दोस्तों को लेकर क्या बोले मोदी
विपक्षी दलों में अपने दोस्तों पर बोलते हुए, विशेष रूप से गुलाम नबी आज़ाद और ममता बनर्जी पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं विपक्ष के साथ खाना खाता हूं। मैं एक दिन संसद गया तो वहां गुलाम नबी आजाद से मिला और बातें की। इस पर मीडिया ने सवाल पूछा तो गुलाम नबी आजाद ने हम एक परिवार की तरह हैं। उन्होंने कहा, मैं इस बात की जिक्र करूंगा तो मुझे चुनाव में नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि ममता दीदी साल में एक दो कुर्ते और बंगाली मिठाई भेज देती हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने अक्षय कुमार के साथ बातचीत में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ अपनी दोस्ती पर भी बात की।
परिवार के साथ रहे वाले सवाल पर मोदी का जवाब
अक्षय कुमार ने पीएम मोदी से उनके परिवार को लेकर एक सवाल किया कि क्यों वे मां, भाई और सारे रिश्तेदारों के साथ घर में नहीं रहते हैं? पीएम मोदी ने बताया कि मैंने जिंदगी की बहुत छोटी उम्र में घर छोड़ दिया, क्योंकि वो जिंदगी बहुत अलग थी। हालांकि, परिवार के साथ मन करता है और कभी मां को बुला लेता हूं। लेकिन मां कहती हैं कि मेरे पीछे अपना समय क्यों खराब करते हो। वो कहती हैं कि मैं यहां क्या करूंगी, इसलिए वो वापस चली जाती हैं। पीएम मोदी ने बताया कि यहां जब मां आती हैं तो उन्हें वक्त नहीं दे पाता हूं। एक-दो बार खाना खा लेता था।
चुटकुले पर पीएम मोदी ने लगाए ठहाके
इंटरव्यू में चुटकुलों का दौर शुरू हुआ। अक्षय कुमार ने एक गुजराती चुटकुला सुनाया। जिसे सुनने के बाद पीएम मोदी ठहाका लगते हुए हंसे। पीएम मोदी ने भी एक चुटकुला सुनाया। नींद को लेकर पीएम मोदी ने कहा, मेरे साथी हमेशा मुझसे यही कहते हैं कि नींद बढ़ाइए। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी मुझसे यही कहा कि मोदी जी ऐसा क्यों करते हो। लेकिन पीएम मोदी ने बताया कि मेरी 3-4 घंटों में ही नींद पूरी हो जाती है। आंख खुलते ही मैं बिस्तर से उतर जाता हूं।
खेतों में जाकर पेड़ के पके आम खाते थे मोदी
अक्षय के आम वाले सवाल पर पीएम मोदी ने बताया कि उन्हें आम खाना पसंद है। वैसे जब मैं छोटा था तो हमारे परिवार की स्थिति ऐसी नहीं थी की आम खरीद कर खा सकें। लेकिन हम खेतों में चले जाते थे और वहां पेड़ के पके आम खाते थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि अब उन्हें आम खाने पर कंट्रोल करना पड़ता है।
सैलरी को लेकर पीएम मोदी ने कहा- परिवार को कुछ नहीं जाता
अपनी सैलरी को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि मेरी मां ही मुझे पैसे देती है। उन्होंने कहा कि मेरी सैलरी से परिवार को कुछ नहीं जाता है। इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे मेरी मां से प्यार नहीं है। मेरे मां मुझसे कोई अपेक्षा नहीं रखती हैं। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार को सरकारी खर्च नहीं लेता है।
अपने पहनावे को लेकर प्रधानमंत्री ने कही ये बात
पीएम मोदी ने अपने पहनावे को लेकर कहा, मेरे कपड़ों को लेकर भी एक छवि बनाई गई है। लेकिन सच ये है कि छोटे बैग में मेरी जिंदगी थी। जब तक सीएम बना तब तक मैंने अपने कपड़े खुद धोये। मैं सोचता था कि कमीज की लंबी बाहें रखूंगा तो ज्यादा धुलाई करनी पड़ेगी। दूसरी वजह ये है कि मेरे बैग में वो जगह ज्यादा लेता था। इसलिए मैंने खुद ही उसे काट दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ढंग से रहना मेरी प्रकृति थी। शायद गरीबी भी इसकी वजह थी। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि मेरे घर में प्रेस नहीं थी तो लोटे में गर्म कोयला भरकर कपड़ा प्रेस करता था। जूते नहीं थे। मेरे मामा ने सफेद जूता दिया। मैं क्लासरूम में रुका रहता था और चॉक के टुकड़े इकट्ठा कर लेता था और हर दिन सुबह जूतों पर उसे लगा देता था ताकि वो सफेद रहें।
गुस्से को लेकर पीएम मोदी ने कही यह खास बात
पीएम मोदी ने बताया कि अगर कोई ऐसा घटना है जो उन्हें पसंद न आए तो अकेला कागज लेकर बैठता था। उस घटना का वर्णन लिखता था, क्या हुआ क्यों हुआ. फिर उस कागज को फाड़कर फेंक देता था। फिर भी मन शांत नहीं होता था तो दोबारा उस घटनाक्रम को लिखता था।इससे मेरी सारी भावनाएं लिखने के बाद जल जाती हैं। इससे ये भी एहसास हो जाता है कि मैं भी गलत हूं।
रिटायरमेंट का मेरा नहीं है कोई प्लान : मोदी
रिटायरमेंट को लेकर मोदी ने कहा, मेरा रिटायरमेंट का कोई प्लान नहीं है और ना मैंने इस बारे में सोचा है। लेकिन रिटायरमेंट को लेकर पीएम मोदी ने घटना का जिक्र किया। नरेंद्र मोदी ने बताया, ‘हम लोगों की एक इनर सर्कल की मीटिंग थी। अटल जी, आडवाणी जी, राजमाता सिंधिया जी, प्रमोद महाजन जी थे। उसमें सबसे छोटी आयु का मैं था। उसमें ऐसे ही बात छिड़ी कि रिटारटमेंट के बाद क्या करेंगे। मुझे पूछा तो मैंने कहा, मेरे लिए तो बहुत कठिन है। मुझे जो जिम्मेवारी मिलती है, वही करता जाता हूं। इसलिए मेरे मन में कभी ऐसा कोई विचार नहीं आया।
अलाउद्दीन के चिराग के सवाल पर मोदी का जवाब
अलाउद्दीन के चिराग को लेकर पीएम मोदी ने कहा, इक्नॉमिस्ट और अर्थशास्त्री के दिमाग से ये कहानियां निकालने को कहूंगा। ताकि वो ये कहानी सुनना बंद करें और लोगों को कुछ काम करने को कहें। इस पर अक्षय कुमार ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि आप ऐसा जवाब देंगे। मैं भी मानता हूं कि आदमी को मेहनत करनी चाहिए।
इंटरव्यू में अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना का जिक्र
इस इंटरव्यू में ऐसा मोड़ आया जब पीएम मोदी ने अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना का जिक्र किया। सोशल मीडिया को लेकर मोदी ने ट्विंकल खन्ना पर टिप्पण की। उन्होंने कहा, ‘मैं सोशल मिडिया जरूर देखता हूं इससे मुझे बाहर क्या चल रहा है इसकी जानकारी मिलती है। मैं आपका भी और ट्विंकल खन्ना जी का भी ट्विटर देखता हूं और जिस तरह वो मुझ पर गुस्सा निकालती हैं तो मैं समझता हूं कि इससे आपके परिवार में बहुत शांति रहती होगी।
चाय बेचने से कई लोगों के स्वाभाव जानने का मौका मिला
चाय बेचने के दौरान कई लोगों से मिलने का मौका मिलता था। कई लोगों के स्वाभव जानने का मौका मिलता था। कोई डांट देता था और कोई भगा देता था। उन्होंने कहा कि इससे जुड़ा एक किस्सा है। बीजेपी के सीनियर लीडर मुझसे कहते थे तुम इतनी अच्छी हिन्दी कैसे बोल लेते हो। उन्होंने बताया कि उनके गांव में व्यापार में कई लोग व्यापार करने आते थे इस दौरान उनसे मिलने का मौका मिलता था तो हिन्दी भाषा सीखी।