भीमा-कोरेगांव हिंसा : PM की सुरक्षा से जुड़े विषय पर सियासत दुर्भाग्यपूर्ण – BJP

भीमा-कोरेगांव हिंसा के सिलसिले में 5 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों की आलोचना को खारिज करते हुए भाजपा ने
भीमा-कोरेगांव हिंसा : PM की सुरक्षा से जुड़े विषय पर सियासत दुर्भाग्यपूर्ण – BJP
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भीमा-कोरेगांव हिंसा के सिलसिले में 5 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों की आलोचना को खारिज करते हुए भाजपा ने आज कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा सर्वोपरि है, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और ऐसे गंभीर मुद्दों पर विपक्ष का सियासत करना वाकई में दुर्भाग्यपूर्ण है।

बीजेपी प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने यहां कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश विरोधी ताकतों का बचाव कर सबको हैरान कर दिया हैं।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी यह कैसे भूल सकते हैं कि खुद उनका परिवार भी आतंकवाद का शिकार हुआ। उनके पिता राजीव गांधी और उनकी दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी दोनों की जान आतंकवाद की वजह से गई।

हुसैन ने कहा कि राहुल गांधी को याद रखना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में उनकी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी माओवाद का निशाना बना। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, '' देश के प्रधानमंत्री पर खतरा हो और विपक्ष उस पर सियासत करे, यह वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है।'' उन्होंने कहा कि इस संबंध में गंभीर आरोपों में लोग गिरफ्तार हुए हैं। उन्होंने कहा, '' प्रधानमंत्री की सुरक्षा सर्वोपरि है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।''

हुसैन ने कहा कि इस मामले में अदालत का पूरा सम्मान है, पुलिस भी अपना पक्ष रखेगी और सबूत पेश करेगी । बीजेपी नेता ने जोर दिया कि प्रधानमंत्री आतंकवाद और नक्सवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, इसलिए वह इनके निशाने पर हैं । हर भारतीय को प्रधानमंत्री की सलामती की फिक्र होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह कहना भी गलत है कि एक को छोड़कर सारे एनजीओ बंद कर देने चाहिए। किसी की हत्या की साजिश रचना एनजीओ का काम नहीं होता। देश में कई एनजीओ बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि संघ ने बरसों देश की सेवा की है । राष्ट्र की सेवा में संघ के योगदान पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। आरएसएस देशभक्तों का संगठन है।

उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने कल भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले के सिलसिले में गिरफ्तार पांच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को छह सितंबर तक घर में नजरबंद रखने का आदेश दिया था। मामले की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने कहा कि असहमति लोकतंत्र का ''सेफ्टी वाल्व'' है।

इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कटाक्ष किया था कि नए भारत में सिर्फ एक ही एनजीओ के लिए जगह है और उसका नाम आरएसएस है। बाकी सभी एनजीओ बंद कर देने चाहिए। सभी कार्यकर्ताओं को जेल भेज दीजिए ।

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