बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कि इमारत को ध्वस्त करने की प्रक्रिया गुरुवार को शुरू हो चुकी है। इसके लिए नगर आयुक्त संजय दूबे ने पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है। इसमें एक-एक कार्यपालक व सहायक अभियंता, दो कनीय अभियंता और एक अमीन को शामिल किया गया है। इमारत को तोड़ने के लिए किसी भी मशीन का इस्तेमाल नहीं जा रहा है।
इमारत तोड़ने को लेकर कई दिनों से तैयारियां की जा रही थी। कई दिनों से इमारत तोड़ने के लिए सभी आवश्यक तैयारियाें के साथ नगर निगम प्रशासन सुबह उक्त इमारत पहुंचा। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इमारत को तोडा जा रहा है। नगर आयुक्त ने बताया कि बुधवार को बालिका गृह में रखे सामान की जब्ती सूची अधिकारियों व टीम के सदस्यों ने मिलकर बना ली है।
साथ ही सामान को एमआरडीए परिसर में सुरक्षित रख दिया गया है। यह कार्रवाई सोमवार से ही चल रही थी। तीन दिन में इस काम को पूरा किया गया। नगर निगम के कार्यपालक अभियंता सुरेश कुमार सिन्हा एवं अभियंताओं की टीम की निगरानी में मजदूरों के द्वारा भवन की उपरी मंजिल को तोडऩे का काम किया जा रहा है।
वही किसी प्रकार का हंगामा नहीं हो इसके लिए डीएसपी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। क्यूआरटी की टीम भी वहां मौजूद है। पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बालिका गृह के भवन को ध्वस्त करने के दौरान साहू रोड में पुलिस की चौकस व्यवस्था रहेगी।
इसके लिए पुलिस लाइन से नगर निगम को सुरक्षा बल उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही महिला थाने की थानेदार मौके पर मौजूद रहेंगी। इसके अलावा स्थानीय नगर थानेदार को भी चौकस रहने को कहा गया है।