आज से ठीक दो साल पहले पाकिस्तान की सीमा में घुसकर भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान की हद में 3 किलोमीटर तक जाकर पाकिस्तान द्वारा पोषित किए जाने वाले करीब 50 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था, साथ ही उनके कई ठिकानों को तहस-नहस कर दिया था। सेना के इस शौर्य को सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी अपनी सरकार की बड़ी कामयाबी मानती है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर बताया कि सेना के जवान सीमा पार से होने वाली हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए आजाद हैं। उन्होंने संकेत दिए हैं कि भारत ने बीएसएफ जवान के साथ हुई क्रूरता का बदला दो दिन पहले ले लिया है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि दो साल पहले की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद पाकिस्तान अपनी करतूत से बाज नहीं आ रहा है और हम उसे सही ढंग में जवाब दे रहे हैं। उन्होंने हाल ही एक घटना का जिक्र करते हुए बताया, 'हमारे बीएसएफ जवान के साथ बदतमीजी हुई थी, जवाब में दो दिन पहले भी हमारी तरफ से ठीक-ठाक हुआ। मैंने बीएसएफ के जवानों को कहा है कि पड़ोसी हैं पहली गोली मत चलना, लेकिन उधर से एक गोली चले तो फिर अपनी गोली मत गिनना।'
शुक्रवार को यूपी के मुजफ्फरनगर में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अब एक कमजोर देश नहीं रहा है, बल्कि अब दुनिया का एक ताकतवर मुल्क बन गया है। राजनाथ सिंह सर्जिकल स्ट्राइक जैसे बड़े ऑपरेशन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्रेडिट दिया। उन्होंने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री ने दृढ़ इच्छा शक्ति का परिचय दिया है. जिसके बाद हमारे जवानों ने करिश्मा कर दिखाया और पाकिस्तान की धरती पर उनका सफाया करने में हमारे जवानों ने कामयाबी हासिल की जिसे सर्जिकल स्ट्राइक कहते हैं।'
भारत-चीन बॉर्डर पर तनाव को लेकर राजनाथ सिंह ने बताया कि जवानों ने उन्हें बताया कि बॉर्डर पर क्या होता है। राजनाथ सिंह ने बताया, 'जवानों ने मुझसे कहा कि उधर से लोग आते हैं और फेस-अप होता है। वो लोग भी हथियार नहीं निकालते हैं, हम लोग भी हथियार नहीं निकालते हैं। फिर एक दूसरे को धक्का मुक्की करते हैं और वो वापिस चले जाते हैं।'
राजनाथ सिंह ने चीन के साथ ऐसे रिश्तों को भारत की विजय का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह वही चीन है जिसने भारत पर हमला किया था, लेकिन सीमा पर सिर्फ धक्का-मुक्की होती है और एक दूसरे को थैंक्यू बोलकर चले जाते हैं। इसका मतलब ये है कि भारत अब एक ताकतवार मुल्क बन गया है।
बता दें कि 2016 में 28-29 सितंबर की रात भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान की सीमा में करीब 3 किलोमीटर तक घुसकर वार किया था। इस सर्जिकल स्ट्राइक में करीब 50 आतंकी मारे गए थे और कई आतंकी कैंप पूरी तरह से तबाह भी हुए थे। ये भी पहली बार हुआ था कि भारतीय सेना ने पाकिस्तानी कैंपों पर हमला किया और इसका ऐलान भी किया।