कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तमिलनाडु गए है जहां वह चेन्नई के स्टेला मैरिस कॉलेज में छात्रों से सीधा संबोधन किया। छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, वर्तमान में भारत में एक वैचारिक लड़ाई चल रही है। एक विचारधारा एक एकीकृत विचारधारा है जो कहती है कि देश के सभी लोगों को एक साथ रहना चाहिए और एक विचार पर हावी नहीं होना चाहिए। कांग्रेस देश के मिजाज को बदल देगी, लोगों को खुश एवं सशक्त महसूस कराएगी।
उन्होंने कहा, वर्तमान सरकार और पीएम द्वारा प्रतिनिधित्व की गई दूसरी विचारधारा जहां उनका मानना है कि एक विचार हमारे देश पर थोपा जाना चाहिए। हमारे समाज में महिलाओं की भूमिका के बारे में उनका एक विशेष दृष्टिकोण है, विभिन्न भाषाएँ और संस्कृतियाँ एक केंद्रीकरण संस्कृति और विचार से हीन हैं।
राहुल गांधी ने छात्राओं से पूछा, “क्या आपको नोटबंदी पसंद आई? जब छात्राओं ने ‘न’ में जवाब दिया तो उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि नोटबंदी ने जो नुकसान किया है, वह काफी साफ है। प्रधानमंत्री को आपसे सलाह लेनी चाहिए थी।” राहुल गांधी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, आपने भारत की प्रधानमंत्री को इस तरह से 3000 महिलाओं के बीच कितनी बार खड़े देखा है।
आपने उसे कितनी बार यहां खड़े देखा है जैसे किसी से किसी सवाल का खुला होना। उन्होंने कहा, आप में से कितने लोगों को उनसे पूछने का अवसर मिला है ‘श्रीमान प्रधानमंत्री, आप शिक्षा के बारे में क्या सोचते हैं। आप इस बारे में क्या सोचते हैं। तुम उसके बारे में क्या सोचते हो?।
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प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री के पास 3000 महिलाओं के सामने खड़े होने और उनसे पूछताछ करने की हिम्मत क्यों नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह महिला आरक्षण विधेयक को पारित करेगी। उत्साहित भीड़ से उन्होंने कहा, “नेतृत्व के पदों पर पर्याप्त महिलाएं नजर नहीं आतीं। आप सत्ता में महिलाओं को तब तक नहीं देख सकते जब तक कि उनके प्रति नजरिए में बदलाव नहीं आता।”
सरकार को हर व्यक्ति की जांच करने का पूरा अधिकार है। कानून सभी पर समान रूप से लागू होना चाहिए, न कि चुनिंदा रूप से। पीएम का सरकार के दस्तावेजों में उनका नाम है जो कहते हैं कि वह राफेल पर डसॉल्ट के साथ समानांतर रूप से बातचीत करने के लिए सीधे जिम्मेदार हैं। राहुल गांधी ने कहा, “मैं यह कहने वाला पहला शख्स हूंगा कि रॉबर्ट वाड्रा की जांच करें लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी करें।”