मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपनी हार स्वीकार कि उन्होंने कहा कि जनता ने हमें स्पष्ट बहुमत नहीं दिया है। विपक्ष भी मज़बूत है , हमारे पास 109 विधायक हैं मेरा काम है रचनात्मक सहयोग, चौकीदारी करने कि ज़िम्मेदारी हमारी है। वहीं उन्होंने मध्य प्रदेश कि सत्ता संभालने जा रही कांग्रेस को चुनावी वादा याद दिलाया जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि अगर 10 दिन में किसानों की कर्जमाफी नहीं हुई तो हम मुख्यमंत्री बदल देंगे। शिवराज ने कहा कि अब कांग्रेस अपने वादे पूरे करे।
मैं अब चौकीदारी करूंगा कि वे अपना वादा पूरा करते हैं या नहीं। साथ ही शिवराज ने कहा कि हम अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लगेंगे।वहीं इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा अब मैं आजाद हूं। शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें चुके है। इस्तीफा देने से पहले शिवराज ने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं और भाजपा प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेगी। चौहान ने मीडिया को बताया, ‘‘भाजपा ने यद्यपि वोट ज्यादा प्राप्त किये, लेकिन संख्या बल में पिछड़ गये। इसलिए मैं संख्या बल के सामने शीश झुकाता हूं।’’
विराट विजय हासिल करने के लक्ष्य पर शिवराज सिंह चौहान ने बात की पार्टीजनों से
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा, ‘‘हमने फैसला किया है कि स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण हम सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेंगे।’’ चौहान ने बताया, ‘‘मैं अपना इस्तीफा देने राज्यपाल (आनंदीबेन पटेल) के पास जा रहा हूं। इसी बीच मे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह और विवेक तन्खा दोपहर बारह बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करने राजभवन पहुंचेंगे।