1993 में हुए मुंबई सीरियल ब्लास्ट के मुख्य आरोपी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। बिट्रेन की सुरक्षा एजेंसी ने दाऊद के फाइनेंस मैनेजर जाबिर मोती को गिरफ्तार किया है, जिसे बाद में कोर्ट में पेश किया गया। जाबिर की गिरफ्तारी लंदन के हिलटन होटल से हुई है।
करांची और दुबई में जाबिर के फाइनेंशियल लिंक दाऊद, उसकी पत्नी और उसके करीब के लोगों से जुड़े हुए थे। इसी का फायदा उठाकर ब्रिटेन की सुरक्षा एजेंसी ने जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। जाबिर मोदी दाऊद के फाइनेंशियल मैनेजर के रूप में काम करता था, वहीं उसका सारा खाता-बही संभालता था।
Underworld don Dawood Ibrahim’s finance manager Jabir Moti detained by UK security agencies from London’s Hilton Hotel
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— ANI Digital (@ani_digital) August 19, 2018
जानकारी के मुताबिक मोती दुबई, अफ्रीका समेत कई देशों में दाऊद के पैसों का लेनदेन देख रहा था। उस पर फिरौती, तस्करी समेत कई अन्य आपराधिक मामलों में शामिल होने का आरोप है। भारत ने दाऊद पर शिकंजा कसने के लिए जाबिर को गिरफ्तार करने की अपील की थी। जाबिर के पास से पाकिस्तानी पासपोर्ट भी मिला है, जिस पर कराची का पता लिखा हुआ है। उसके पास ब्रिटेन का 10 साल का वीजा भी था. वो दाऊद की बीवी महजबीं के साथ मिलकर पैसों के लेनदेन का काम देखता था। यही नहीं, वो सक्रिय रूप से दाऊद के परिवार की मदद करता था. करांची स्थित दाऊद के आवास परिसर में उसका भी एक घर है। जानकारी के मुताबिक जाबिर मोती एंटीगुआ, बारबडोस, हंगरी और डोमिनिकन रिपब्लिक की नागरिकता लेने की फिराक में था।
दाऊद इब्राहिम 1993 में हुए मुंबई सीरियल ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है, जिसने मुंबई स्टॉक एक्सचेंज पर विस्फोट करवाया था। दाऊद के इशारे पर महज 2 घंटे 10 मिनट के भीतर मुंबई के अंदर 12 जगह धमाके हुए। इसमें 250 लोगों की जान चली गई, वहीं इस हमले में 750 लोग घायल हुए थे। गिरफ्तार जाबिर मोती से ब्रिटेन की सुरक्षा एजेंसी पूछताछ करेंगी और डी कंपनी के सदस्यों की गतिविधियों के बारे में पता लगाने की कोशिश करेंगी।