भारत और पाकिस्तान के बीच मंगलवार दोपहर डीजीएमओ स्तर की बातचीत होगी। इस दौरान दोनों देशों के सैन्य अधिकारी बॉर्डर पर शांति बनाए रखने के मुद्दे पर बात करेंगे। हालांकि इस बैठक से पहले भारत सरकार ने पाकिस्तान को चेतावनी देते पड़ोसी देश को आतंकियों के मुद्दे पर सुधर जाने की नसीहत दी है। यह वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देशों के बीच पिछले कुछ समय मे गतिरोध बरकरार है। पिछले 6 महीनों के अंतराल में पाकिस्तान ने दर्जनों बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। इस दौरान पाकिस्तान की ओर से लगातार आतंकियों को मदद की जा रही है। इतना ही नहीं पिछले दिनों पाकिस्तानी सेना ने कई मौकों पर एलओसी के निकट के गांवों को निशाना बनाते हुए भारी गोलाबारी की थी, जिसमें जहां कई भारतीय घायल हुए, वहीं इस गोलाबारी की मदद से पाकिस्तान ने आतंकियों की भारतीय सीमा में घुसपैठ की साजिश भी रचीं। गत 21 अक्टूबर को पूंछ में सेक्टर कमांडरों की मुलाकात के दौरान भारत ने आतंकवादियों की घुसपैठ रोकने के लिए पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी।
भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की बातचीच ऐसे समय हो रही है नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय जवानों पर हमले हुए हैं। गत रविवार को पाकिस्तानी सेना के पांच से छह घुसपैठिए जिनमें बीएटी भी शामिल थी, भारतीय क्षेत्र सुंदरबानी सेक्टर में दाखिल हुए और पेट्रोलिंग कर रहे भारतीय जवानों पर गोलीबारी की। इस दौरान हुई भीषण गोलीबारी में तीन भारतीय जवान शहीद हो गए जबकि दो पाकिस्तानी घुसपैठिए मारे गए।
बताया गया है कि दोनों देशों के सैन्य अधिकारी मंगलवार सुबह 11 बजे हॉटलाइन के जरिए एक-दूसरे से बातचीत करेंगे। रक्षा मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया, ‘हॉटलाइन पर होने वाली डीजीएमओ स्तर की बातचीत में भारतीय सेना सुंदरबानी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की बर्बर की कार्रवाई की कड़ी निंदा करेगी।’ दोनों देशों के सैन्य कमांडर प्रत्येक मंगलवार को एक-दूसरे से बातचीत करते हैं।
पाकिस्तान के अनुरोध पर गत 29 मई 2018 को दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच डीजीएमओ स्तर की बातचीत हुई थी। इसके बाद भारतीय सेना नियंत्रण रेखा पर सीजफायर बनाए रखने की भरपूर कोशिश करती रही है। गत मई से भारत ने पाकिस्तानी सेना के घुसपैठ के सात प्रयासों को नाकाम किया है। इस दौरान 23 आतंकवादी मारे गए।