विदेश मंत्री एस जय शंकर अपनी पांच दिवसीय यात्रा पर इजराइल पहुंचे है। वहां उन्होंने बुधवार को इजराइल के विभिन्न विश्वविद्यालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की तथा उनके साथ भारत और इजराइल के संबंधो को और मजबूत करने के लिए अकादमिक अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी सहयोग के विस्तार पर चर्चा की।
रविवार को इजराइल पहुंचे जयशंकर द्विपक्षीय सहयोग के नए क्षेत्रों की खोज के अलावा रणनीतिक संबंधों को और समृद्ध करने के लिए भारत के प्रयासों के तहत इजराइल की यात्रा पर है। विदेश मंत्री के तौर पर जयशंकर का इजराइल का यह पहला दौरा है।
जयशंकर ने बैठक की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, “आज तेल अवीव में विश्वविद्यालयों के प्रमुखों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकों के माध्यम से अकादमिक अनुसंधान और प्रौद्योगिकी सहयोग के विस्तार पर चर्चा की”। उन्होंने अपने में ट्वीट तेल अवीव विश्वविद्यालय, हिब्रू विश्वविद्यालय, टेक्नियन इज़राइल (इज़राइल प्रौद्योगिकी संस्थान) और बेन-गुरियन विश्वविद्यालय सहित कई इजराइली संस्थानों को भी टैग किया।जयशंकर ने कहा, हमारा सहयोग आने वाले वर्षों में भारत-इजराइल साझेदारी को आगे बढ़ाएगा।
बुधवार को जयशंकर ने इजराइल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोग और प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से भी मुलाकात की थी तथा उनके साथ द्विपक्षीय संबंधों एवं क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की थी। जुलाई 2017 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इजराइल की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान भारत और इज़राइल ने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक विस्तारित किया था। तब से दोनों देशों ने ज्ञान-आधारित साझेदारी के विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया है जिसमें ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देने सहित नवाचार और अनुसंधान में सहयोग शामिल है।