कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी का प्रमुख लक्ष्य उत्तर प्रदेश में भाजपा को पराजित करना है और जहां उसके पास मजबूत उम्मीदवार नहीं है वहां समाजवादी पार्टी (सपा) या बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मदद कर रहे हैं। राहुल की यह टिप्पणी उनकी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के उन विचारों से मिलती जुलती है जिसमें उन्होंने बुधवार को कहा था कि उनकी पार्टी ने अपने उम्मीदवार या तो जीत के हिसाब से उतारे हैं या फिर उनमें भाजपा के अवसरों को ध्वस्त करने की क्षमता है।
राहुल गांधी ने कहा, “यह बहुत स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश में धर्मनिरपेक्ष गठबंधन जीतने जा रहा है, इसे लेकर कोई सवाल ही नहीं है। चाहे सपा-बसपा हो या कांग्रेस, धर्मनिरपेक्ष गठबंधन ही जीत रहा है।” जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस भाजपा विरोधी मतों का राज्य में बंटवारा कर रही है तो उन्होंने कहा, “नहीं, जहां हमारा उम्मीदवार मजबूत नहीं है, वहां हम सपा या बसपा की मदद कर रहे हैं। हम भाजपा को नुकसान पहुंचाने जा रहे हैं। जहां हमारा प्रत्याशी मजबूत हैं वहां हम मौजूद हैं। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के लिए सपा-बसपा और रालोद ने गठबंधन बनाया है।
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कांग्रेस प्रमुख ने जोर देकर कहा कि उन जगहों पर जहां हम चुनाव नहीं जीतने जा रहे हैं, वहां गठबंधन को समर्थन करेंगे। गठबंधन और कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सूपड़ा साफ करने जा रहे हैं। उप्र के लिए महागठबंधन में शामिल नहीं होने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सपा और बसपा को लगता है कि उन्हें कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिये।
उन्होंने कहा, “अब उत्तर प्रदेश को लेकर मेरी दीर्घकालिक नीति एकदम स्पष्ट है और मैंने ज्योतिरादित्य और अपनी बहन को कह दिया है कि हमें उत्तर प्रदेश में पार्टी को खड़ी करना है और यह विधानसभा चुनाव में दिखेगा। कम समय के लिए लोकसभा चुनाव में हमें अपनी जगह पाने के लिए संघर्ष करना होगा। हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमने अपनी जमीन पा ली है।”