नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि उन्होंने जीवन का प्रत्येक पल राष्ट्र को समर्पित कर दिया था और उनका जाना, एक युग का अंत है। मोदी ने कहा, ‘‘ मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है। हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।’’ वाजपेयी के निधन पर गहरा दु:ख प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को ये दुःख सहन करने की शक्ति दे। ओम शांति !’’
मोदी ने कहा कि यह अटल बिहारी वाजपेयी के अभूतपूर्व नेतृत्व के कारण ही 21वीं सदी में मजबूत, समृद्ध और समावेशी भारत की नींव स्थापित हुई । विभिन्न क्षेत्रों में उनकी भविष्योन्मुखी नीतियों ने प्रत्येक भारतीय नागरिक के जीवन को छुआ । प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ अटल जी का जाना मेरे लिये व्यक्तिगत और अपूरणीय क्षति है। मेरे पास उनसे जुड़ी असंख्य स्मृतियां हैं । मेरे जैसे कार्यकर्ताओं के लिये वे प्रेरणस्रोत रहेंगे । मैं उनकी तीक्ष्ण बुद्धिमता और अभूतपूर्व वाकपटुता को खासतौर पर याद कर रहा हूं ।’’ उन्होंने कहा कि अटलजी की तपस्या और संघर्ष के कारण ही भाजपा का तिनका तिनका जोड़कर निर्माण हुआ। उन्होंने सम्पूर्ण भारत का दौरा किया और भाजपा के संदेश का प्रचार प्रसार किया जिसके कारण भाजपा राष्ट्रीय राजनीति और कई राज्यों में एक मजबूत ताकत बन सकी ।
मोदी ने कहा कि लेकिन वो हमें कहकर गए हैं- मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं, ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं , मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं? पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लम्बी बीमारी के बाद आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया । एम्स के मीडिया एवं प्रोटोकाल डिविजन की अध्यक्ष प्रो. आरती विज की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि गहरे शोक के साथ हम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की सूचना दे रहे हैं । एम्स के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री का निधन आज शाम 5 बजकर 5 मिनट पर हुआ । विज्ञप्ति में कहा गया है कि वाजपेयी को 11 जून 2018 को एम्स में भर्ती कराया गया था और डाक्टरों की निगरानी में पिछले नौ सप्ताह से उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी ।