चुनाव प्रचार के दौरान सेना के इस्तेमाल को लेकर पूर्व सैन्य प्रमुखों ने आपत्ति जताते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी लिखने वालों में पूर्व वायुसेना प्रमुख भी शामिल हैं, राष्ट्रपति के साथ-साथ ये चिट्ठी चुनाव आयोग को भी भेजी गई है। सैन्य प्रमुख ने कहा है कि राष्ट्रपति सभी राजनीतिक दलों को किसी भी मिलिट्री एक्शन या ऑपरेशन का राजनीतिकरण नहीं करने के लिए निर्देश दें।
पूर्व सेनाध्यक्षों की यह अपील गुरुवार को पहले चरण के मतदान के घंटों बाद सार्वजनिक हो गई। राष्ट्रपति और चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखने वालों में कुल 156 पूर्व सैनिक शामिल। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में कहा गया है, “महोदय, राजनेता सीमा पार कार्रवाइयों जैसे मिलिट्री ऑपरेशंस का क्रेडिट ले रहे हैं और इससे भी दो कदम आगे जाते हुए देश की सेना को ‘मोदी जी की सेना’ करार दे रहे हैं, यह बिल्कुल ही असामान्य और अस्वीकार्य है।”
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हालांकि, पत्र में किसी भी खास राजनीतिक दल या नेता का नाम नहीं लिया गया है। गौरतलब है की लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कई नेता सेना को लेकर बयान दे रहे है। कैप्टन अभिनन्दन से जुड़े कई पोस्टरों तथा बैनरों के इस्तेमाल जोर शोर पर किया जा रहा था जिसके बाद चुनाव आयोग ने खुद संज्ञान लेते हुए पोस्टरों तथा बैनरों के इस्तेमाल पर रोक लगाई।
आपको बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में भारतीय सेना को ‘मोदी जी की सेना’ कहकर संबोधित किया था। इसके अलावा दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी भी एक रैली में सेना की वर्दी में नजर आए थे। जिसके बाद से विपक्ष लगातार हमलावर रहा है