प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना का लाभ लेने वाले लाभार्थी या उनके परिवार के लोग खुद बताते हैं कि यह योजना कितनी मददगार साबित हो रही है। प्रयागराज में कलावती देवी का इलाज मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय में चल रहा है। उनका हाथ टूट गया है। उनके बेटे सुरेंद्र कुमार ने इस योजना के फायदों के बारे में अपने अनुभव साझा किए हैं।
प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना का लाभ लेने वाले लाभार्थी या उनके परिवार के लोग खुद बताते हैं कि यह योजना कितनी मददगार साबित हो रही है।सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी मां का हाथ हाल ही में टूट गया था, जिसके इलाज के लिए वह अस्पताल आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाएं गरीबों के लिए बहुत अच्छी हैं। आज हमें आयुष्मान योजना के जरिए पांच लाख रुपये का लाभ मिल रहा है, जिससे हम बिना किसी परेशानी के इलाज करवा रहे हैं। सुरेंद्र ने कहा कि जब यह योजना नहीं थी, तो उन्हें इलाज के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
साल 2018 में मोदी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्रदान करना है। इस योजना के तहत योग्य परिवारों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवरेज मिलता है, जो अस्पताल में भर्ती होने वाले उपचारों के लिए उपयोग किया जा सकता है। वहीं इस योजना का लाभ उन परिवारों को दिया जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
यह योजना अस्पताल में भर्ती होने वाले रोगों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है, जिससे परिवारों को इलाज के लिए उधारी या बिचौलियों से पैसे लेने की आवश्यकता नहीं होती। लाभार्थियों को कैशलेस उपचार की सुविधा मिलती है, जिसका अर्थ है कि उन्हें इलाज के लिए अग्रिम पैसे नहीं देने होते हैं। अस्पताल सीधे सरकार से पैसा वसूल करते हैं। इस योजना के तहत सरकारी और निजी दोनों तरह के अस्पताल शामिल हैं, जिससे लाभार्थियों को अधिक विकल्प मिलते हैं।