गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 महीने की मासूम बच्ची से दुष्कर्म की घटना के बाद गैर-गुजरातियों पर कथित तौर पर हमला करने के मामलों में गुजरात के विभिन्न भागों से पुलिस ने अब तक 342 लोगों को गिरफ्तार किया है। बलात्कार मामले में बिहार के एक शख़्स की गिरफ्तारी के बाद मामला काफी गरमा गया है। इस वाकये के बाद गुजरात के कई इलाकों में रहने वाले यूपी और बिहार के प्रवासियों को निशाना बनाया जा रहा है। उन पर हमले किए जा रहे हैं।
गांधीनगर, अहमदाबाद, पाटन, साबरकांठा और मेहसाणा इलाक़े से सैकड़ों प्रवासी अपना कामकाज छोड़कर गुजरात से वापस अपने घरों की ओर जा रहे हैं। माहौल को देखते हुए संवेदनशील इलाको में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई और सुरक्षा वयवस्था को बड़ा दिया गया है। वही इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर ने आज गुजरात बंद भी बुलाया है। पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने पत्रकारों को बताया,”मुख्य रूप से छह जिले (हिंसा से) प्रभावित हुए है।
हम नहीं चाहते की राज्य में विपदा खड़ी हो, और हम ऐसी किसी भी हरकत को बढ़ावा नहीं देंगे। कल ‘गुजरात बंध’ जिन्होंने भी घोषित किया है उन्हें अपील करता हूँ की राज्य की मुश्किलों में बढ़ावा न करे, और बंध को मोकूफ रखे।
— Alpesh Thakor (@AlpeshThakor_) October 7, 2018
मेहसाणा और साबरकांठा सबसे अधिक प्रभावित हुए है। इन जिलों में, 42 मामलें दर्ज किये गये है और अब तक 342 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच के दौरान आरोपियों के नाम सामने आने के बाद और लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राज्य रिजर्व पुलिस (सीआरपी) की 17 कंपनियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, ‘गैर-गुजराती के निवास क्षेत्रों और उन कारखानों में जहां वे काम करते हैं, वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने इन इलाकों में गश्त भी बढ़ा दी है।’
उत्तर भारतीयों को धमकाने के मामले में उपमुख्यमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री से की बात
डीजीपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के लिए दो मामलें दर्ज किये गये है। हमलों के बाद गैर-गुजरातियों के पलायन के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में झा ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मद्देनजर वे अपने मूल राज्यों के लिए रवाना हो सकते है। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक प्रभावित जिले गांधीनगर में पुलिस अधिकारियों को शिविरों का आयोजन करने और स्थानीय नेताओं के साथ संवाद करने के निर्देश दिये गये है। उन्होंने कहा कि जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल और वाहन उपलब्ध कराये गये है।