पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपनी बेटी मरियम नवाज और दामाद सफदर के साथ रावलपिंडी के अदियाला सेन्ट्रल जेल में ‘B’ श्रेणी दी गई है। इस बीच मरियम ने जेल में बेहतर सुविधाओं को लेने से इनकार कर दिया है। जेल प्रशासन की ओर से पूर्व पीएम और उनकी बेटी को बेहतर सुविधाओं का प्रस्ताव भी दिया गया था। आपको बता दें कि मरियम और नवाज को सोमवार तक इसी जेल में रहना होगा। दरअसल, सोमवार को ही उनकी जमानत याचिका दायर की जाएगी। मरियम ने जेल में मिलने वाले सुविधाओं से इंकार तो कर दिया है, लेकिन आदियाला जेल में रहना काफी मुश्किल है।
मरियम ने कहा है कि मुझे जेल अधीक्षक की ओर से ज्यादा सुविधाएं लेने के लिए कहा गया था। मैंने इसके लिए बिना किसी दबाव के मना कर दिया है। वहीं बताया जा रहा है कि दोनों को जेल में बी कैटेगरी की सुविधाएं दी जाएंगी, जिनमें टीवी, पलंग से लेकर कई सुविधाएं होती है। हालांकि अन्य कैदियों के लिए आदियाला जेल बहुत ही खतरनाक माना जाता है।
अदियाला पाकिस्तान के रावलपिंडी जिले का एक कस्बा है। इस क्षेत्र से 4 किलोमीटर दूर बनी सेंट्रल जेल रावलपिंडी जेल को ही अदियाला जेल कहते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इस जेल का निर्माण आजादी के बाद किया गया था. इस जेल को लेकर पाकिस्तान में मानवाधिकार के लिए काम कर रहे लोग सरकार तक बात पहुंचाते रहते हैं। यहां तक कि खुद नवाज शरीफ भी इस जेल में जाने से डर रहे थे। हाल ही में द हिंदू में छपी एक खबर के अनुसार अप्रैल में शरीफ इस जेल को लेकर चिंतित थे। दरअसल उस दौरान जेल में कुछ तैयारियां चल रही थी, जिसे शरीफ के आगमन से जोड़ा जा रहा था।
कुछ सालों पहले पाकिस्तानी मीडिया में छपी खबरों के अनुसार मानवाधिकार को लेकर काम रहे संगठनों ने आरोप लगाया था कि इस जेल में 1894 कैदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन जेल में 6 हजार से अधिक कैदी रह रहे हैं। इस जेल में 64 ऐसे बैरेक हैं जहां 36 कैदी रह सकते हैं, लेकिन बताया जाता है कि यहां 72 से 85 कैदी एक कमरे में रह रहे हैं. जगह की कमी होने की वजह से हालात बदतर हैं। इस जेल में कई तरह के कैदी रहते हैं, जिनमें विदेशी, बाल अपराधी, महिला कैदी आदि शामिल हैं। वहीं 6 हजार कैदियों के बीच सिर्फ दो डॉक्टर हैं। यहां रहने वाले कैदियों की हालत बहुत खराब है। इस जेल में पूर्व राजनेता युसूफ रजा गिलानी, मुंबई अटैक का मास्टमाइंड जाकिर रहमान लखवी और मुमताज कादरी आदि भी रखे गए थे।