उत्तरी कर्नाटक के धारवाड़ जिले में 3 दिन पहले गिरी एक निर्माणाधीन इमारत के मलबे से शवों को निकाला का काम जारी है। इसके साथ ही इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई। बचावकर्मियों ने बेंगलुरु से करीब 400 किलोमीटर दूर धारवाड़ के कुमारेश्वरनगर में मंगलवार की शाम को ध्वस्त हुई चार मंजिला निर्माणाधीन इमारत के मलबे से 56 लोगों को बाहर निकाला है। वहीं अभी 12 लोग लापता है।
पुलिस ने बताया कि दिव्या उनाकल (8), दक्षायिणी (45) और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति का शव बचाव अभियान के तीसरे दिन मलबे से निकाला गया। बचावकर्मियों को आशंका है कि 15 से 20 लोग अब भी मलबे में फंसे हुए हैं।’’ पुलिस ने बताया कि मलबे में फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए बचाव अभियान तेज कर दिया गया है।
बचाव अभियान में करीब 150 पुलिसकर्मी, अग्निशमन और आपात सेवा के कर्मचारी लगे हुये हैं। कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता विनय कुलकर्णी ने मंगलवार को कहा था कि इस इमारत के निर्माताओं में से एक उनके रिश्तेदार हैं लेकिन जो कोई भी इसमें शामिल हो, उसको सजा का सामना करना होगा।
एक चश्मदीद का आरोप है कि इमारत के पास चार मंजिलों की क्षमता नहीं है और इसमें अतिरिक्त मंजिल जोड़ी जा रही थी। उन्होंने संवाददाताओं को मंगलवार को बताया कि निर्माताओं ने निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया है। इमारत में फंसे ज्यादातर लोग उत्तर भारत के श्रमिक हैं जो टाइल्स लगाने का काम कर रहे थे।