कबाब और झींगे के मुरीद वाजपेयी खाने के थे बेहद शौकीन - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

कबाब और झींगे के मुरीद वाजपेयी खाने के थे बेहद शौकीन

अटल बिहारी वाजपेयी खाने के बड़े शौकीन थे और खाने को लेकर उनकी दीवानगी का आलम यह था कि एक बार आधिकारिक भोज के दौरान उन्हें गुलाब जामुन

अटल बिहारी वाजपेयी खाने के बड़े शौकीन थे और खाने को लेकर उनकी दीवानगी का आलम यह था कि एक बार आधिकारिक भोज के दौरान उन्हें गुलाब जामुन से दूर रखने के लिये उनके सहयोगियों को उनका ध्यान वहां से हटाने के लिये बॉलीवुड स्टार माधुरी दीक्षित को वहां तैनात करना पड़ा।

वाजपेयी अब हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उन्हें जानने वाले आज एक राजनेता के तौर पर तो उन्हें याद कर ही रहे हैं, खानपान को लेकर उनका शौक भी उनके करीबी सहयोगियों और पत्रकारों के बीच चर्चा का विषय है, खास तौर पर मिठाइयों और सी-फूड को लेकर जिसमें झींगा उन्हें खास तौर पर पसंद था।

वाजपेयी ने मौत की आंखों में झांककर लिखी थी कविताएं…

वरिष्ठ पत्रकार राशिद किदवई याद करते हैं कि प्रधानमंत्री रहते वाजपेयी ने एक आधिकारिक भोज के दौरान कैसे सख्त परहेज पर रहने के दौरान भी खाने के काउंटर का रुख कर लिया। इसके बाद उनके सहयोगियों ने एक योजना बनाई।

उन्होंने प्रधानमंत्री को फौरन वहां मौजूद दीक्षित से मिलवाया और जल्द ही फिल्मों के बेहद शौकीन वाजपेयी खाने की बात भूलकर काफी देर तक उनसे फिल्मों के बारे में बात करते रहे।

किदवई याद करते हुए कहते हैं, ‘‘इस बीच, उनके सहयोगियों ने तेजी से उनकी कतार से मिठाइयां हटा दीं।’’ वाजपेयी के साथ काम कर चुके नौकरशाह कहते हैं कि वह जहां कहीं भी जाते थे वहां के स्थानीय पकवान का स्वाद चखने पर जोर देते थे।

गोलवलकर ने इंदिरा को ‘दुर्गा’ कहा, अटल ने दोहराया था

नौकरशाह ने कहा, ‘‘ऐसे में यह कोलकाता में पुचका था, हैदराबाद में बिरयानी और हलीम और लखनऊ में गलावटी कबाब होते थे। वह खास तौर पर चाट मसाले के साथ पकौड़े और मसाला चाय पसंद करते थे।’’ उनकी करीबी लोग याद करते हैं कि कितने शौक से वह हर खाना खाते थे।

एक अन्य वरिष्ठ पत्रकार ने प्रेट्र को बताया कि कई मौकों पर उन्हें और उनके साथी पत्रकारों को खुद वाजपेयी जी के हाथों से पकाए पकवान खाने का मौका मिला।

अटल बिहारी वाजपेयी के मशहूर भाषणों के अंश 

उन्होंने याद करते हुए कहा, ‘‘वह कम से कम एक व्यंजन हमारे लिये पकाते थे। वह चाहे मिठाई हो या कुछ मांसाहारी।’’ एक करीबी सहयोगी ने कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान वाजपेयी नमकीन मूंगफली खाते रहते थे और चाहते थे कि जब भी उनकी प्लेट खाली हो, उसे फौरन भर दिया जाए।

एक करीबी सहयोगी ने कहा कि लालजी टंडन उनके लिये लखनऊ के चौक इलाके से कबाब लेकर आते थे, केंद्रीय मंत्री विजय गोयल उनके लिये पुरानी दिल्ली से बेड़मी आलू और चाट लेकर आते थे। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू आंध्र प्रदेश से उनके लिये झींगा लाते थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

5 × 3 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।