दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार और उपराज्यपाल के बीच खींचतान के मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे से बात की और उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में व्याप्त स्थिति के बारे में अवगत कराया। ठाकरे के मीडिया सलाहकार हर्षल प्रधान ने बताया कि केजरीवाल ने ठाकरे से फोन पर बात की।
उन्होंने कहा,”उद्धव जी का मानना है कि दिल्ली के लोगों द्वारा निर्वाचित सरकार को बिना किसी बाधा के अपना कामकाज करने की अनुमति दी जानी चाहिए।” प्रधान ने इस सिलसिले में मीडिया खबरों को खारिज करते हुए कहा,”हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि राजग का एक प्रमुख घटक शिवसेना केजरीवाल और आप का समर्थन कर रही है।”
आप के नेतृत्व वाली सरकार और उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच प्रशासनिक मुद्दों को लेकर पिछले एक सप्ताह से गतिरोध बना हुआ है।आप ने दिल्ली में “लोकतंत्र की अभूतपूर्व हत्या” के खिलाफ समर्थन देने के लिए शिवसेना और राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का धन्यवाद किया। आप की प्रवक्ता प्रीति शर्मा मेनन ने कहा ,”मतभेदों को दूर रखते हुए लोकतंत्र के लिए खड़े होने के लिए इन पार्टियों ने एक अच्छी राजनीतिक सूझबूझ का परिचय दिया है।”
मनसे ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछा था कि क्या केजरीवाल और नौकरशाहों के बीच गतिरोध को हल करने का काम उनका नहीं है , जो लोगों के लिए “असुविधा” का कारण बना हुआ है। प्रधान ने कहा ,”केजरीवाल ने उद्धव जी से बात की। उन्होंने दिल्ली की स्थिति के बारे में जानकारी दी , जिस पर उद्धव जी ने कहा कि निर्वाचित सरकार के कामकाज में कोई बाधा पैदा नहीं की जानी चाहिए। इसके बजाय उन्हें सभी तरह का सहयोग देना चाहिए।”
उन्होंने कहा ,”इसका मतलब यह नहीं है कि यह केजरीवाल और उनकी पार्टी को समर्थन है। शिवसेना केवल यह कहना चाहती है कि जब लोगों ने आप को उनकी सेवा करने का मौका दिया है तो उन्हें ऐसा करने दीजिये।” मेनन ने कहा ,”उद्धव जी ने इस मुद्दे पर हमारी पार्टी को समर्थन देने का आश्वासन दिया है। मैं दिल्ली में लोकतंत्र की अभूतपूर्व हत्या के खिलाफ आप का समर्थन करने के लिए शिवसेना और मनसे का धन्यवाद करती हूं।”
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