लोकसभा चुनाव अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। रविवार को आख़िरी और सातवें चरण के मतदान के बाद अब सभी मतदाताओं ने नेताओं की चुनावी किस्मत को बैलेट बॉक्स और ईवीएम में बंद कर दिया है केंद्र में काबिज मोदी सरकार की फिर वापसी होगी या विपक्ष और महागठबंधन की एकता रंग लाएगी इसका फैसला 23 मई को हो जाएगा।
एक ओर जहां लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें चरण का मतदान खत्म हुआ है वही अब दूसरी ओर एग्जिट पोल के जरिए किसकी बनेगी सरकार इसका अनुमान लगाया जा रहा है। मीडिया अब एग्जिट पोल के जरिए अपने -अपने आकड़े पेश कर रहे है।
देश में नयी सरकार के गठन के प्रयासों की गहमागहमी के बीच करीब सभी मतदान पश्चात सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल) ने सत्रहवीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की फिर केंद्र सरकार बनने का दावा किया है हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि भाजपा अकेले 272 आंकड़ पार कर पाएगी या नहीं।
लोकसभा की 543 में से 542 सीटों के लिए हुए मतदान बाद के नौ सर्वेक्षणों में से आठ में राजग की स्पष्ट बहुमत के साथ पुन: सत्ता में आने का अनुमान व्यक्त किया गया है जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को बहुमत से बहुत पीछे दिखाया गया है। राजग को न्यूनतम 231 से लेकर 333 तक जबकि संप्रग को 62 से 164 तक सीटें मिलने की संभावना जतायी गयी है। अन्य दलों को 94 से 159 तक सीटें मिलने की अनुमान व्यक्त किया गया है।
टाइम्स नाऊ- वीएमआर सर्वेक्षण ने भाजपा और सहयोगी दलों को 304 सीटें, कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग )को 132 तथा अन्य को 104 सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया है।
आजतक एक्सिस माई इंडिया के सर्वेक्षण में बीजेपी एक बार फिर जोरदार जीत की ओर बढ़ती दिख रही है। देश में एक बार फिर नरेंद्र मोदी की लहर वोट में तब्दील होता दिख रहा है। एग्जिट पोल में एनडीए को 339-365 सीटें मिलती दिख रही हैं। जबकि यूपीए को 77-108 सीटें जाती दिख रही हैं।
एबीपी न्यूज-नीलसन ने अपने सर्वेक्षण में एनडीए को 277 सीटें दी हैं। इसी एग्जिट पोल में कांग्रेस को 130 और अन्य को 135 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
रिपब्लिक टीवी – सी वोटर ने अपने सर्वेक्षण में राजग को 287 सीटें, संप्रग को 128 सीटें और अन्य 127 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। न्यूज नेशन ने भाजपा और सहयोगी दलों को 282 से 290 सीटें, कांग्रेस और सहयोगियों को 118 से 126 सीटें और अन्य दलों को 130- 138 सीटें मिलने की संभावना जतायी है।
न्यूज 18 ने अपने सर्वेक्षण में राजग को 292 से 312 सीटें, संप्रग को 62 से 72 सीटें और अन्य को 102 से 112 सीटें दी है। न्यूज एक्स ने राजग को 242 सीटें, संप्रग को 164 सीटें और अन्य को 137 सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया है।
इसी प्रकार सुदर्शन न्यूज ने राजग को 313, संप्रग को 121 और अन्य को 109 सीटें दी है। पीस रिसर्च के सर्वेक्षण के अनुसार राजग को 231 सीटें, संप्रग को 152 सीटें और अन्य को 159 सीटें मिल रही है। एक अन्य सर्वेक्षण वीडीपी एसोसिऐट ने राजग को 333 सीटें, संप्रग को 115 सीटें और अन्य को 94 सीटें मिलने की संभावना जतायी है। जन की बात टीवी चैनल ने राजग को 305 सीटें, संप्रग को 124 सीटें और अन्य का 113 सीटें दी है।
क्या होते हैं एग्जिट पोल्स?
आपको बता दे कि चुनावों के नतीजों को लेकर एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे होता है जो वोट देने के बाद तुरंत निकले मतदाताओं से राय लेकर तैयार किया जाता है। ये चुनावी सर्वे ढेर सारे संगठन करवाते हैं। ये एक प्रकार से अनुमान देते है कि कौन सी पार्टी सरकार बनाने जा रही है।
कैसे होते हैं एग्जिट पोल्स?
विभिन्न संगठन और एजेंसियां अलग-अलग तरीकों से एग्जिट पोल करवती हैं। बेसिक तरीका है सैम्पलिंग। एजेंसियां निर्वाचन क्षेत्रों में सैंपलिंग करती हैं। इसके लिए कुछ पैरामीटर तय किए जाते हैं जैसे- उम्र, लिंग, कास्ट, क्षेत्र इत्यादि।
जानिए ! मतदान के पहले एग्जिट पोल पर रोक क्यों?
रीप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट 1951 के सेक्शन 126(1)(बी) के मुताबिक मतदान के दौरान किसी प्रकार का ओपनियन पोल या अन्य सर्वे के आंकड़े जारी करना प्रतिबंधित है।
वही, माना जाता है कि जिसने राजनीतिक दल ने उत्तर प्रदेश और बिहार में जीत हासिल कर ली केंद्र की सत्ता उसी के हाथ में होती है। बता दे कि साल 2014 में किस राजनीतिक दल को बिहार में कितनी सीटें मिलेंगी इसको लेकर कई तरह के एग्जिट पोल सामने आए थे। सभी एग्जिट पोल ने अपने सर्वे को सही बताया था। केंद्र में काबिज मोदी सरकार की फिर वापसी होगी या विपक्ष और महागठबंधन की एकता रंग लाएगी इसका फैसला 23 मई को हो जाएगा।