होशंगाबाद : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि राज्य में किस नेता के नेतृत्व में चुनाव लड़ जा रहा है। श्री शाह ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच यहां नर्मदापुरम और भोपाल संभाग के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और अन्य नेता भी मौजूद थे। श्री शाह ने सवाल करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष बताएं कि वे किसके भरोसे चुनाव लड़ने निकले हैं। उनका नेता कौन हैं।
राजा, महाराजा या उद्योगपति’को लेकर चुनाव नहीं जीता जाता है। कांग्रेस अध्यक्ष श्री गांधी द्वारा मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा के दौरान भाजपा के शासनकाल का हिसाब मांगने का जिक्र करते हुए श्री शाह ने कहा कि भाजपा जनता के लिए प्रतिबद्ध है और वह जनता के सामने हिसाब रख रहे हैं। लेकिन श्री गांधी को भी सत्तर सालों का हिसाब देना चाहिए। इन सालों में श्री गांधी के पूर्वज जवाहरलाल नेहरू, दादी इंदिरा गांधी, पिता राजीव गांधी और मां सोनिया गांधी ने राज किया। उन्हें बताना चाहिए कि इन सत्तर सालों में क्या किया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद, में जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार थी, तब राज्य की भाजपा सरकार के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जाता था।
मनमोहन सरकार के समय राज्य को विकास के लिए एक लाख 34 हजार एक सौ 90 करोड़ रूपए दिए गए, जबकि मोदी सरकार के दौरान तीन लाख 44 हजार एक सौ 26 करोड़ रूपए दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बढ़ हुयी राशि देकर राज्य की जनता को उनका अधिकार दिलाया है। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार की पिछले पंद्रह वर्षों के कामकाज और उसके पहले पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय की स्थिति का आकड़ के आधार पर तुलना की और कहा कि उस समय बिजली उत्पादन 2900 मेगावाट थी, जो अब बढ़कर 17 हजार मेगावाट हो गयी है। सिंचाई रकबा सात लाख हेक्टेयर क्षेत्र से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर कर दिया गया है। लगभग एक लाख किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया गया है। श्री शाह ने मोदी सरकार की उपलब्धियां भी संक्षेप में गिनवायीं। देर शाम सभा के बाद श्री शाह भोपाल रवाना हो गए।