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मोदी ने ‘न्याय’ पर कांग्रेस पर निशाना साधा, ‘अन्याय’ के लिए न्याय मांगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस के चुनावी वादे ‘न्याय’ पर निशाना साधते हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों, भोपाल गैस त्रासदी और दलितों के

थेनी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस के चुनावी वादे ‘न्याय’ पर निशाना साधते हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों, भोपाल गैस त्रासदी और दलितों के खिलाफ हिंसा के लिए न्याय की मांग की । मोदी ने रामानाथपुरम में एक रैली में दावा किया कि कांग्रेस के शासनकाल में आतंकी हमलों ने देश को हिला कर रख दिया था लेकिन राजग की नीतियों से इस पर विराम लगा है।

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि द्रमुक, कांग्रेस और मुस्लिम लीग गठबंधन के पक्ष में वोट करने का मतलब है कि उच्च कर लगेगा और विकास कम होगा, आतंकवादियों को खुली छूट मिलेगी तथा राजनीति में आपराधिक तत्वों का इजाफा होगा ।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वे लोग जो भारत की सुरक्षा नहीं कर सकते हैं वह देश का कभी विकास नहीं कर सकते हैं। जब कांग्रेस और उनके सहयोगी सत्ता में थे, आतंकवादी देश पर नियमित रूप से हमला करते थे ।’’ प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘एक शहर के बाद दूसरे शहर में धमाके होते रहे और कांग्रेस असहाय तथा चुप बनी रही।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘भारत अब किसी आतंकवादी या किसी जिहादी को नहीं छोड़ेगा। अगर वह हम पर हमला करने का दुस्साहस करते हैं तो वे जहां कहीं भी होंगे हम उनका पता लगा कर उनकी खुशियों को बर्बाद करे देंगे।’’

यहां आयोजित चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और बेईमानी अच्छे दोस्त हैं लेकिन कभी कभार वे ‘‘गलती से’’ सच्चाई बयां कर जाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अब वे कह रहे हैं ‘अब होगा न्याय’ भले ही वे इसकी मंशा नहीं रखते हों,उन्होंने स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने 60 वर्ष तक अन्याय किया है।’’

मोदी ने सवाल किया, ‘‘मैं कांग्रेस पार्टी से जानना चाहूंगा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों में न्याय कौन करेगा?’’ ‘‘…कौन दलित विरोधी दंगों के पीड़ितों के साथ न्याय करेगा, कौन महान एमजी रामचंद्रन जी की सरकार के साथ न्याय करेगा, जिसे कांग्रेस ने केवल इस लिए बर्खास्त कर दिया क्योंकि एक परिवार को ये नेता पसंद नहीं थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘…भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों के साथ न्याय कौन करेगा, जो भारत की सबसे खराब पर्यावरण आपदा थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं एमजीआर और जयललिता जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत को इन दो महान नेताओं पर गर्व है जिन्होंने गरीबों के लिए काम किया और जिंदगी उनके प्रति समर्पित कर दी। उनकी सामाजिक कल्याण योजनाओं ने लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला।’’

उन्होंने कहा, ‘‘याद रखिए कि तमिलनाडु को समृद्ध बनाने के लिए द्रमुक और कांग्रेस के इस खेल को समाप्त करना होगा। हमें अपने श्रीलंकाई तमिल भाइयों की समृद्धि के लिए काम करना जारी रखना होगा और भ्रष्ट परिवारों के वंशवादी शासन को समाप्त करना होगा।’’

अन्नाद्रमुक श्रीलंका में 2009 में युद्ध के दौरान तमिल नागरिकों की हत्या को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाने का आरोप द्रमुक और कांग्रेस पर लगाती आई है। मोदी ने एक तरह से उनकी बात का समर्थन किया है। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि देश गवाह है कि पिता वित्त मंत्री बना और बेटे ने देश को लूटा।

प्रधानमंत्री ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आज भारत विश्वपटल पर तेजी से पहचान बना रहा है। कांग्रेस, द्रमुक और उनके महामिलावटी मित्र यह स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए वे मुझसे नाखुश हैं।’’ मोदी लगातार विपक्ष के ‘महागठबंधन’ को ‘महामिलावटी’ संबोधित करते आ रहे हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘कुछ दिन पहले द्रमुक प्रमुख ने नामदार को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया था लेकिन कोई इसे स्वीकारने के लिए तैयार ही नहीं था, यहां तक कि उनके महामिलावटी मित्र भी नहीं क्योंकि वे तो खुद प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं और इस पद पर आसीन होने का सपना देख रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि अतीत की कड़वाहट के बावजूद कांग्रेस और द्रमुक ने हाथ मिला लिए हैं जबकि राष्ट्रीय पार्टी दक्षिण की अपनी सहयोगी पार्टी का अपमान कर चुकी है। उनका इशारा द्रमुक सरकार की बर्खास्तगी पर था। उन्होंने आरोप लगाया कि द्रमुक को अपनी रैलियों में लोग जुटाने के लिए हथकंडे अपनाने पड़ रहे हैं।

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