लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

15 अगस्त को मनाई जाएगी नागपंचमी : जानें , इस दिन नाग देवता को क्यों चढ़ाते हैं दूध !

15 अगस्त के दिन खास योग बन रहा है। साल 2018 की नागपंचमी 15 अगस्त को है हिन्दू पंचांग के अनुसार, सावन माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को

15 अगस्त के दिन खास योग बन रहा है। साल 2018 की नागपंचमी 15 अगस्त को है हिन्दू पंचांग के अनुसार, सावन माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है जिसमें नाग देवता की पूजा करने से घर में खुशहाली आएगी।

आपको बता दे कि इस बार नाग पंचमी हस्त नक्षत्र और साध्य योग में पड़ रही है यह अत्यंत श्रेष्ठ माना जाता है पूजा का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 48 मिनट से सांयकाल 04 बज कर 13 मिनट तक है। इस दिन जो लोग नाग पूजा और काल सर्प योग की साधना आदि करते हैं वे अपनी पूजा प्रात 11 बजकर 48 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 32 मिनट के मध्य कर लें। ये सर्प पूजा का सबसे शुभ काल है।

माना जाता है कि इस दिन नागों की पूजा करने से सांपों का भय दूर होता है और व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आती है। नागपंचमी के लिए मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई हैं।

15 अगस्त नागपंचमी के दिन इन राशियों के लिए चमकेगा किस्मत का सितारा, बन रहा है सिद्धि योग

हिन्दू धर्म की कथाओं में बताया गया है नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने और उन्हें दूध पिलाने से लक्ष्मी घर आती हैं। दूध पिलाने से नाग देवता खुश होते हैं और उनकी कृपासे घर से लक्ष्मी कभी बाहर नहीं जातीं। नाग देवता की पूजा करने से लोगों को सर्पदंश का भय भी नहीं रहता।

हालांकि जंतु वैज्ञानिकों का मानना है कि सांपों को दूध नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि उसकी शारीरिक बनावट ऐसी नहीं होती कि वह दूध को पचा पाए।

वही , सांपों की पूजा का दूसरा कारण और महत्वपूर्ण तर्क यह भी है कि भारत कृषि प्रधान देश है और सांपो चूहों आदि से खेतों की रक्षा करता है। सांप को क्षेत्रपाल नाम से भी जानते हें। शायद सांपों के इसी महत्व को देखते हुए लोगों इनकी पूजा करना शुरू किया हो। हमारे देश में जैसे कि नदियों और पेड़ों की पूजा करने की परंपरा है वैसे ही सापों को भी पूजा की जाती है।

ऐसा माना जाता है कि नाग को दूध पिलाने से घर में समृद्धि आती है। ऐसी भी मान्यता है कि इससे शिव जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त की इच्छाओं की पूर्ति करते हैं। उल्लेखनीय है कि नाग पंचमी को गरुड़ पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। और इस दिन नाग देवता के साथ गरुड़ की भी पूजा की जाती है। इसके साथ ही नाग पंचमी पर रुद्राभिषेक करने को बहुत ही फलदायी बताया गया है।

नौ प्रकार के नागों की होती है पूजा।
कर्काटक, नील, कालिया, कुलिक, शंखपाल, महापद्म, अन्नत, वासूकी, तक्षक।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ten + 8 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।