आज छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। वहीं राजनीति पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। छत्तीसगढ़ के महासमुंद में एक चुनावी रैली में गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्व में दिल्ली में ‘‘रिमोट से चलने वाली’’ सरकार होती थी।
उन्होंने कहा कि बीजेपी की एक भी बात दिल्ली में बैठी रिमोट कंट्रोल की सरकार सुनने को तैयार नहीं होती थी। रमन सिंह सरकार यूपीए सरकार से नक्सल समस्या से निपटने के लिए मदद मांगते थे लेकिन कांग्रेस सरकार को लगता था कि छत्तीसगढ़ देश में है ही नहीं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा की कांग्रेस की चार पीढ़ियों ने देश पर शासन किया। लोगों का भाग्य क्या था? उन्होंने केवल एक परिवार के बारे में सोचा लेकिन लोगों के कल्याण के बारे में कभी सोचा नहीं।
हम उन पर भरोसा कैसे कर सकते हैं कि वे अब लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे। हर कोई जानता है कि कांग्रेस ने सीताराम केसरी जी के साथ क्या किया जब वह कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष थे। मैं कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि कुछ सक्षम नेता को उनके पार्टी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया जाए, जो परिवार से संबंधित नहीं हैं। उन्होंने कहा कांग्रेस ने ‘फोन बैंकिंग’ में विश्वास किया जिसने बैंकों को नष्ट कर दिया। उनसे एक फोन कॉल क्रोनियों को मंजूरी के लिए ऋण मिलेगा और राष्ट्र को भुगतना होगा।
उनसे एक फोन कॉल क्रोनियों को मंजूरी के लिए ऋण मिलेगा और राष्ट्र को भुगतना होगा। छत्तीसगढ़ में आज आखिरी चरण की 72 सीटो पर प्रचार समाप्त हो जायेगा। पीएम मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में जनता ने भारी मतदान कर नक्सलियों को जवाब दिया है वहीं कश्मीर में पंचायत चुनाव में भाग लेकर वहां की जनता ने अलगावादियों और आंतकवादियों को करारा चांटा मारा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र की ताकत क्या है जनता ने बता दिया है। ‘‘जब बस्तर में पहले चरण का चुनाव हो रहा था तब नक्सलियों ने बम, बंदूक और पिस्तौल का भय दिखाया, लोगों को धमकी दी। लेकिन गरीब आदिवासियों के मन में भी लोकतंत्र के प्रति श्रद्धा है। बस्तर के लोगों ने भारी मतदान कर बम बंदूक और पिस्तौल को करार जवाब दे दिया है। उनको मैं बधाई देना चाहता हूं। ’’
पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर में पंचायत चुनाव था। वहां लोग चुनाव से कतराते थे। ‘‘राज्यपाल शासन लागू होने के बाद हमने तय किया कश्मीरियत की कसौटी यही है कि कश्मीर के गांव के लोगों के हाथ में कश्मीर की ताकत होनी चाहिए। कश्मीर की सत्ता कश्मीर के गांव, कश्मीर के लोग चलाएंगे। और हमने चुनाव का फैसला कर लिया।’’ उन्होंने कहा कि इस चुनाव में आतंकवादियों ने मतदान करने पर मौत के घाट उतारने की धमकी दी थी। अगर उंगलियों पर निशान पाया गया तो उंगलियां काट देने के नारे दिए थे।
‘‘लेकिन मेरे कश्मीर की जनता को, लोकतंत्र के प्रति उनकी श्रद्धा को देखिए। 60 प्रतिशत, 70 प्रतिशत के बराबर वोटिंग करके कश्मीर की जनता ने अलगाववादियों और आतंकवादियों को करारा चांटा मारा है।’’ मोदी ने कहा कि यह काम हमारी सरकार कर सकती है। कश्मीर की धरती पर लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार, गांव की सरकार, पंचायत की सरकार आगे बढ़े, कश्मीर का भला हो, इसके लिए हमने रास्ता खोल दिया है।
उन्होंने पूछा ‘‘कौन रोकता था कांग्रेस को यह करने से। वह क्यों डरते थे। आतंकवादियों के साथ पिछले दरवाजे से खेल खेलते थे। देश ऐसे नहीं चल सकता था। इसलिए हमने हिम्मत के साथ एक के बाद एक फैसले लिए। ’’ इस चरण में दोनो मुख्य दलों सत्तारूढ़ बीजेपी एवं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के अलावा जनता कांग्रेस बसपा गठबंधन के नेताओं ने भी प्रचार में पूरी ताकत झोंकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जहां महासमुन्द में बीजेपी प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभा को सम्बोधित कर रहे ,वहीं आज ही आखिरी दिन केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी अलग अलग जगहों पर बीजेपी प्रत्याशियों के पक्ष में आज सभाएं कर रहे है।