नई दिल्ली: हरियाणा के रेवाड़ी में 19 साल की छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के मामले में नया खुलासा हुआ है। दरअसल, छात्रा से बलात्कार करने वाले आरोपी लड़के उस समय घबरा गए, जब उन्हें पता चला कि लड़की की हालत खराब हो रही है। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर को भी बुलाया। पीड़िता ने बताया कि लड़कों ने उसे पीने के लिए पानी दिया, जिसमें नशीला पदार्थ मिला था। इसके बाद उसके होश में आने तक वे बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म करते रहे। उसने बताया कि जब उसे होश आया तो उसने अपने आसपास करीब 8-10 लोगों को देखा था, जबकि एफआईआर 3 लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों के बुलाने पर डॉक्टर जब वहां पहुंचे तो लड़की का ब्लड प्रेशर बहुत लो था। नया गांव के एक निवासी ने कहा कि डॉक्टर ने उन लड़कों को बताया था कि वह मर सकती है क्योंकि उसका सिस्टोलिक प्रेशर केवल 50 था। डॉक्टर की बात सुनकर उन्होंने उसे जाने देने का फैसला किया लेकिन वे उसे 40 किलोमीटर दूर महेंद्रगढ़ में कनीना बस अड्डे पर वापस ले गए, जहां से उन्होंने सुबह उसका अपहरण किया था। एफआईआर में नामित तीनों में से एक आरोपी मनीष ने पीड़िता के पिता को फोन कर पीड़िता को बस अड्डे से ले जाने के लिए भी कहा।
शनिवार को पुलिस ने कहा कि उसने स्थानीय क्लीनिक चलाने वाले को हिरासत में लिया है, जिसे आरोपी युवकों ने 12 सितंबर को दुष्कर्म के बाद पीड़िता की हालत बिगड़ने पर बुलाया था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि क्लीनिक चलाने वाले व्यक्ति ने पीड़िता को प्राथमिक उपचार दिया था। उसके बाद दुष्कर्मियों ने उसे धमकाया था।इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपियों में सेना के जवान पंकज सहित दो अन्य युवक मनीष और निशू हैं। सभी आरोपी कनीना गांव के हैं।आरोपी पीड़िता के गांव के ही रहने वाले हैं। यह घटना उस समय हुई, जब वह कोचिंग के बाद घर लौट रही थी। आरोपियों ने उसे लिफ्ट देने के बहाने कनीना बस अड्डे से अगवा कर लिया और नशीला पेय पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।