जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा तीन पुलिसकर्मियों के अपहरण और उनकी हत्या के बाद कुछ विशेष पुलिस अधिकारियों के इस्तीफे के बारे में मीडिया में आ रही खबरों को गृह मंत्रालय ने शरारती तत्वों का दुष्प्रचार करार देते हुए गलत बताया है। मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि मीडिया में आई कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि जम्मू कश्मीर में कुछ एसपीओ ने इस्तीफा दे दिया है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने पुष्टि की है कि ये रिपोर्ट गलत और किसी विशेष उद्देश्य से प्रेरित हैं।
ये मीडिया रिपोर्ट शरारती तत्वों के दुष्प्रचार पर आधारित हैं। सूत्रों ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में पेशेवर और कार्य के प्रति समर्पित पुलिस बल है जो पंचायत तथा शहरी निकायों के चुनाव सहित सभी तरह की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। राज्य में 30 हजार से अधिक एसपीओ हैं और उनकी सेवा की समय-समय पर समीक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि कुछ एसपीओ को प्रशासनिक कारणों से सेवा विस्तार नहीं दिया गया है लेकिन कुछ शरारती तत्व ऐसा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने इस्तीफा दिया है।
दरअसल, हिजबुल आतंकी रियाज़ नाइकू ने चार दिन पहले ही एक ऑडियो जारी कर स्थानीय पुलिसवालों को धमकाया था। ऑडियो क्लिप में नाइकू ने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार एक साजिश के तहत लोगों को एसपीओ बना रही है। कई विभागों में रिक्तियां हैं लेकिन पुलिस बल में ही भर्तियां हो रही हैं। नाइकू ने सभी एसपीओ से कहा कि वे उग्रवादियों की सूचना पुलिस को न दें और फौरन पुलिस की नौकरी छोड़ दें वरना नतीजे काफी बुरे होंगे।
दक्षिण कश्मीर के सोपियां जिले में आज आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर पुलिस के एक कांस्टेबल और तीन विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) का अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद चार स्पेशल पुलिस अफसरों में से तीन पुलिसकर्मियों की आतंकियों ने हत्या कर दी है। जबकि कुछ देर बाद ही आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी को छोड़ दिया है। तीनों पुलिसवालों के शव बरामद कर लिए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि शोपियां जिले के कापरान गांव में आतंकवादियों ने एक कांस्टेबल और तीन एसपीओ के घर में घुसकर उनका अपहरण कर लिया गया था। इनकी पहचान फिरदौस अहमद कुछे और एसपीओ कुलदीप सिंह, निसार अहमद धोबी और फयाज अहमद भट्ट के तौर पर की गई है।
इनकी तलाश में सुरक्षा बलों ने इलाके में व्यापक सघन अभियान छेड़ दिया है। आतंकवादियों ने एसपीओ को अपनी नौकरी छोड़ने या परिणाम भुगतने की धमकी देते रहे हैं। आपको बता दें कि इससे पहले भी कई बार आतंकियों ने पुलिसकर्मियों को किडनैप कर उनकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी। जिसके बाद से ही घाटी में काफी बवाल है। अभी पिछले महीने ही आतंकियों ने पुलिसकर्मियों के 10 परिजनों को किडनैप कर लिया गया था, हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया था। आतंकियों का कहना था कि पुलिसकर्मी उनके परिवार के कुछ सदस्यों को ले गए हैं और हम चाहते हैं कि उन्हें वापस भेज दें।