कोलकाता: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों का जोर 2019 लोकसभा चुनाव में एक होकर बीजेपी का मुकाबला करने पर रहा। ममता ने कहा लोकसभा चुनावों के लिए संभावित विपक्षी मोर्चा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर किसी का भी नाम नहीं चुना जाना चाहिए। साथ ही ममता बनर्जी ने बीजेपी से मुकाबला करने के लिए विपक्षी पार्टियों से त्याग करने की अपील की।
ममता बनर्जी ने कहा कि अगर अभी से ही हम प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान कर देते हैं, तो ऐसा करने से यह भाजपा से लड़ने की क्षेत्रीय पार्टियों की एकजुटता को विभाजित कर देगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा विरोधी क्षेत्रीय पार्टियों को साथ आना चाहिए और उन्हें देश के फायदे के लिए बलिदान देना चाहिए।
वहीं उमर अब्दुल्ला ने इमरान खान के भारत से संबंध सुधारने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सुनने में अच्छा लग रहा है लेकिन यह बहुत कुछ उनके कदमों पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा , “हम उनका पदभार संभालने का इंतजार करेंगे .. उन्हें कुछ समय देते हैं।”आगे उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह कहना कि हमारी ओर से प्रधानमंत्री कौन होगा, जल्दबाजी होगी। अभी के लिए हमारा प्रयास है कि हमें बीजेपी से लड़ना चाहिए। अगर हम आज पीएम पद के उम्मीदवार के नाम की चर्चा करना शुरू कर देते हैं तो इससे हमारे ऑब्जेक्टिव को नुकसान होगा, जिसे हम हासिल करना चाहते हैं।
63 वर्षीय ममता बनर्जी ने कहा कि हम सबका मुख्य काम सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करना और साथ लाना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक-दो गैर एनडीए पार्टियों को छोड़ दें तो विपक्ष के को संघीय मोर्चा के सभी साथी बनेंगे और इसके लिए वह प्रयासरत हैं। बता दें कि बीते दिनों ममता बनर्जी ने बंगाल में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, साथ ही उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जो पंडाल नहीं बना सकते, वह देश को कैसे बनाएंगे।