तृणमूल कांग्रेस, सपा और आप पार्टी के सदस्यों के विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही आज तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न करीब तीन बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। हंगामे के कारण भाजपा अध्यक्ष अमित शाह किसानों से जुड़े मुद्दे पर अपनी बात पूरी नहीं कर सके।
सुबह उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्हें सदन का नियत कामकाज रोककर एक मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए नियम 267 के तहत कुछ नोटिस मिले हैं जिन्हें उन्होंने स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वह सदस्यों को लोक महत्व के मुद्दे के तौर पर शून्यकाल में अपने मुद्दे उठाने की अनुमति देंगे।
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इसके बाद आप तथा सपा के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित बालिकागृह में बच्चियों का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किए जाने का मुद्दा उठाया। सभापति ने सदस्यों से कहा कि वह शून्यकाल में लोक महत्व के मुद्दे के तौर पर इस विषय को उठाएं।
लेकिन सदन में हंगामा शुरू हो गया और उन्होंने 11 बज कर करीब 15 मिनट पर बैठक को दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
हंगामे की वजह से आज उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया। हालांकि इसके बाद प्रश्नकाल सुचारू रूप से चला और सदस्यों ने मंत्रियों से पूरक सवाल किए।
भोजनावकाश के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर तृणमूल कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि उन्होंने नियम 267 के तहत एक नोटिस दिया है। सभापति नायडू ने कहा कि कल सुबह उनके मुद्दे पर चर्चा करायी जाएगी।