केरल में जल प्रवाह से हुई भारी तबाही से गुज़र रहा है। पिछले कुछ दिनों से सामान्य से कई गुना बारिश झेलने के बाद अब केरल को बरसात से थोड़ी राहत मिलती दिख रही है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 5 दिनों तक बारिश की आशंका ना के बराबर है। ऐसे में राहत और बचाव के काम में तेज़ी आ सकती है। बारिश की आशंका न होने के चलते सारे ज़िलों से रेड अलर्ट हटा लिया गया है। सरकार का ज़ोर ईधन मुहैया कराने पर भी है। ताकि रोज़मर्रा का जीवन पटरी पर लौट सके।. त्रिवेंद्रम और एर्नाकुलम से कोलकाता के लिए दो स्पेशल ट्रेनें भी सोमवार को चलेंगी। कोशिश की जा रही है कि सारे रूट पर रेल सेवा को बहाल किया जा सके। सोमवार से कोच्चि के नेवल बेस से यात्री उड़ानें भी शुरू हो गई हैं।
#Kerala: First commercial flight lands at INS Garuda Kochi Naval Air Station after Cochin International Airport got affected due to floods. #KeralaFloods pic.twitter.com/1gpfUeYXBq
— ANI (@ANI) August 20, 2018
केंद्र सरकार ने कहा है कि केरल आने-जाने के लिए छोटे मार्गों पर हवाई किराया 3,395 रुपये से लेकर 6,999 रुपये के बीच है, जबकि लंबे मार्गों पर यह 6,017 रुपये से लेकर 10,000 रुपये के बीच है। सरकार ने यह बात इन आरोपों के बाद कही कि सदी की सबसे भीषण बाढ़ों में से एक का सामना कर रहे केरल में लोगों से अत्यधिक हवाई किराया वसूला जा रहा है। केंद्र सरकार का बयान ऐसे दिन आया है जब उड्डयन इकाइयों और सीआईएसएफ की एक संयुक्त टीम ने राहत प्रयासों में सहायता करने राज्य तक संपर्क को आसान बनाने के लिए व्यावसायिक विमानों के संचालन की संभावना के आकलन के लिए कोचीन के नौसैन्य प्रतिष्ठान का निरीक्षण किया था।
आपको बता दें कि देश का सातवां सबसे व्यस्त कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा राज्य में विनाशकारी बाढ़ के चलते 26 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि घरेलू एयरलाइनों को भी सलाह दी गई है कि वे सुनिश्चित करें कि केरल में त्रिवेंद्रम और कालीकट तथा मंगलूर और कोयंबटूर जैसे पास के हवाईअड्डों को जाने वाली और वहां से आने वाली उड़ानों का किराया क्षेत्र की दूरी के हिसाब से यथेष्ट आनुपातिक स्तर पर रखा जाए।