राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janta Dal) के मुखिया लालू यादव के परिवार इन दिनों परेशानियों से झूझ रहा है। आये दिन कोई न कोई परेशानी यादव परिवार के सामने मुसीबत की दीवार बनकर खड़ी हो जाती है। हाल ही में खबर आ रही है कि बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) का पटना स्थित बंगला खाली कराने प्रशासनिक अधिकारी और भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए हैं। पटना के 5 देशरत्न मार्ग पर स्थित बंगले को खाली करवाने के लिए टीम जब वहां पहुंची तो बंगले के गेट पर एक पोस्टर चिपका हुआ मिला। उसपर लिखा है कि बंगले को खाली कराने के खिलाफ पटना उच्च न्यायालय में अपील दाखिल की गई है और अपील के अंतिम निष्पादन तक बंगले के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई न की जाए। इस बीच बंगले के बाहर एकत्र राजद कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए हैं।
तेजस्वी यादव इस वक्त दिल्ली में हैं। तेजस्वी के वकील की तरफ से जिला प्रशासन को उपलब्ध कराए गए LPA के आधार पर ये कार्रवाई टाली गई है। डेढ़ साल पहले आरजेडी के हाथों से सत्ता जाने के बाद बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी यादव को उप मुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित बंगला खाली करने को कहा था। सरकार ने तेजस्वी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में 1, पोलो रोड का बंगला आवंटित किया, जिसमें फिलहाल उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी रहते हैं।
भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी का बंगला, सुशील मोदी को उपमुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित कर दिया, लेकिन पिछले डेढ़ साल से तेजस्वी यादव ने अपना बंगला खाली नहीं किया है और इसे बचाने के लिए पटना हाई कोर्ट तक चले गए। हालांकि, न्यायालय में बिहार सरकार की जीत हुई और तेजस्वी यादव को अपना बंगला तुरंत खाली करने का फरमान कोर्ट ने सुना दिया। पटना उच्च न्यायालय के द्वारा भी तेजस्वी यादव को बंगला खाली करने का फरमान जारी किए हुए तकरीबन 2 महीने का वक्त बीत चुका है, लेकिन अब तक उन्होंने इसे खाली नहीं किया है। तेजस्वी ने सिंगल बेंच के फैसले को चुनौती देते हुए डबल बेंच में अपील की है।