प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार मताधिकार का प्रयोग कर रहे युवाओं को 'मिशन महामिलावट' के प्रति आगाह करते हुए सोमवार को कहा कि विपक्ष का महागठबंधन देश में पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं चाहता। झारखंड के कोडरमा में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस एक कमजोर सरकार चाहती है जिसे वह 'रिमोट कंट्रोल' से चला सके।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ''मिशन महामिलावट यानि केंद्र में ऐसी खिचड़ी सरकार, जो कमजोर रहे, जिस सरकार में ये लोग करोड़ों-अरबों रुपए इधर से उधर कर पाएं, जो इनके परिवारों को, इनके रिश्तेदारों की गुलाम बनकर काम करे। ये किसी भी कीमत पर देश में एक मजबूत, पूर्ण बहुमत वाली सरकार नहीं चाहते।'' जब ईमानदारी हो, साफ नीयत हो, तो बिना लूट-खसोट वाली सरकार भी चल सकती है और देश का विकास भी हो सकता है। आज इसी वजह से पूरा देश पूरे विश्वास के साथ अपने इस सेवक, अपने इस चौकीदार के साथ खड़ा है।
महागठबंधन पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा, ''ये लोग किसी के नहीं हैं। इन लोगों को जहां अपना वोटबैंक नहीं दिखता, ये उस इलाके को गरीब बनाकर रखते हैं, पिछड़ा बनाकर रखते हैं, वहां के लोगों को पूछते तक नहीं हैं। गरीब आदिवासी भाई-बहनों के साथ भी इन लोगों ने यही किया है।''
कोडरमा से रांची तक की रेल लाइन की मंजूरी अटल जी की सरकार ने करीब 20 साल पहले दी थी। फिर कांग्रेस की सरकार दिल्ली में आई और ये योजना ठप पड़ गई। 2014 में आपने इस सेवक को अवसर दिया। अब कोडरमा-हज़ारीबाग-बरकाना-सिद्धवार सेक्शन तैयार है और एक डेढ़ साल में रांची तक पूरी लाइन तैयार करने की तरफ हम बढ़ रहे हैं।
कोडरमा और चाइबासा में मेडिकल कॉलेज, देवघर में एम्स अस्पताल और गांवों में आधुनिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाए जा रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना से हर वर्ष 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज गरीब से गरीब को भी उपलब्ध हो रहा है।