प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जयपुर में केन्द्र और प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से शनिवार को संवाद करेंगे। मोदी के आज दोपहर एक बजकर पांच मिनट पर जयपुर पहुंचने का कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री अमरूदों के बाग में केन्द्र और प्रदेश सरकार की 12 विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लगभग 2.50 लाख लाभार्थियों के साथ संवाद करेंगे।
सरकार ने प्रदेश के 33 जिलों से लाभार्थियों को जयपुर में प्रधानमंत्री से संवाद करने के स्थान तक लाने के लिए पांच हजार 579 बसों का प्रबंध किया है। सामान्य प्रशासन विभाग के एक आदेश के अनुसार 33 जिलों से लाभार्थियों को जयपुर लाने के लिये राज्य सरकार 722.53 लाख रूपये खर्च करेगी।
आदेश के अनुसार लाभार्थियों को जयपुर लाने वाली बसों को 20 रूपये प्रति किलोमीटर का भुगतान किया जायेगा, और इससे राजकीय कोष पर लगभग 7.2 करोड़ का खर्च होगा। अधिकतर बसें अलवर, उदयपुर और अजमेर से आने की संभावना है। अकेले जयपुर से लाभार्थियों को लाने के लिये 532 बसें चक्कर लगायेंगी।
आदेश के अनुसार उज्जवला योजना के तहत पारंपरिक खाना पकाने की जगह एलपीजी सिलेंडर का आंशिक खर्चा तेल कंपनियों द्वारा वहन किया जायेगा। हालांकि एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन ने इस आदेश का विरोध जताते हुए कहा कि जिला रसद अधिकारी उन पर अनुचित और अवैध मांगों का दबाव बना रहे हैं।
राजस्थान के एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन के अध्यक्ष दीपक सिंह गहलोत ने कहा, ”तेल कंपनिया को इस खर्चे को वहन करना चाहिए लेकिन जिला रसद अधिकारी इन अनुचित और अवैध मांगों को मानने के लिये दबाव बना रहे हैं। हमने मुख्य सचिव को इस बारे में पत्र लिखा है। मुख्य सचिव ने हमें सब तरह की सहायता का भरोसा दिलाया है।”
PM के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
वहीं प्रधानमंत्री की यात्रा के लिये शहर में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एनआरके रेड्डी ने बताया कि प्रधानमंत्री की यात्रा के लिये शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री के सभा स्थल के पास सवाई मान सिंह स्टेडियम में दो हेलीपेड बनाए गए हैं। सभी संवेदनशील इलाकों में भारी सुरक्षा बल तैनात कर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना की चेतावनी अस्थायी नियंत्रण कक्ष को दी जा सकेगी। रेड्डी ने कहा, हमने आसपास के 18 जिलों के पुलिस अधीक्षकों को बुलाया है, ये सभी अधिकारी पूर्व में जयपुर में तैनात रह चुके हैं और शहर की भौगोलिक स्थितियों से वाकिफ हैं।