तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली : इस साल केरल में बाढ ने पिछले 100 सालों का रिकार्ड तोड डाला है। जहां देखों पानी ही पानी है। केरल में बाढ़ और बारिश से पिछले नौ दिनों में मरने वालों की संख्या 324 हो गई है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शुक्रवार रात केरल पहुंचे। पीएम मोदी ने शनिवार को कोच्चि में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस और अन्य अधिकारियों के साथ बाढ़ और राहत कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की। इसके बाद उन्होंने सीएम विजयन के साथ बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई दौरा शुरू किया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में केजे अल्फोंस भी मौजूद हैं।
पीएम मोदी ने बाढ़ की मार झेल रहे केरल के लिए तत्काल आर्थिक सहायता के रूप में 500 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है। इससे पहले भी पीएम की ओर से 100 करोड़ रुपये आर्थिक सहायता की घोषणा की गई थी।
पीएम मोदी ने केरल की बाढ़ और बारिश में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। यह मुआवजा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से दिया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल में भयावह बाढ़ से हुए जानमाल के भारी नुकसान पर शुक्रवार को दुख जताया और राज्य के पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे बढ़ें।
सीएम ने जताई चिंता
केरल के चिंताजनक हालात को देखते हुए वहां के मुख्यमंत्री पी विजयन ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है 'केरल पिछले 100 सालों में सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है, 80 बांध खोल दिए गए है, 324 जिंदगियां खत्म हो गई और 2 लाख 23 हजार 139 लोगों को 1500 से ज्यादा राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।' उन्होंने बाढ़ पीडि़त लोगों की मदद के लिए सभी को आगे आने की भी अपील की है.
आठ हजार करोड़ का नुकसान
वहीं राज्य में अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी और पेट्रोल पंप में ईंधन की कमी से संकट गहराता दिखा. अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी। करीब एक सदी में आई इस प्रलयंकारी बाढ़ में आठ अगस्त के बाद से अब तक 324 लोगों की मौत हो गई है??बाढ़ और बारिश के चलते इसके चलते इसका पर्यटन उद्योग बर्बाद हो गया है, हजारों हेक्टेयर भूभाग में उपजी फसलें तबाह हो गई हैं और बुनियादी ढांचे को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है. राज्य में कुल आठ हजार करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया गया है।
टापू बने गांव, बचाव कार्य जारी
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) कर्मियों के अलावा सेना, नौसेना, वायुसेना के कर्मियों ने बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित इलाकों में अपने-अपने घरों की छतों, ऊंचे स्थानों पर फंसे लोगों को निकालने का बड़ा कार्य शुरू किया। ऊंचाई वाले इलाकों में पहाड़ों के दरकने के कारण चट्टानों के टूटकर नीचे सड़क पर गिरने से सड़कें बंद हो गईं जिससे वहां रहने वालों और गांवों में बचे लोगों का संपर्क बाकी की दुनिया से कट गया. ये गांव आज किसी द्वीप में तब्दील हो गए हैं।
हेल्पलाइन नंबर जारी
सरकार और प्रशासन की ओर से केरल में बाढ़ पीडि़तों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. डिस्ट्रिक्ट हेल्पलाइन (पत्तनमिट्टा)-8078808915, एर्नाकुलम-7902200400, 7902200300, कासरगोड-9446601700, कोझीकोड-9446538900, मलप्पुरम-9383463212, 9383464212. कोडागू- 9482628409, सीईओ ZP कोडागू- 9480869000. इनके अलावा हेलीकॉप्टर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. अल्पी- 8281292702, चंद्रू- 9663725200, धनजे- 9449731238, महेश- 9480731020 और सेना- 9446568222.
सैकड़ों लोग फंसे
महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों समेत सैकड़ों लोग ऐसी जगहों पर फंसे हैं जहां नौका से पहुंच पाना मुश्किल है। उन लोगों को रक्षा मंत्रालय के हेलीकॉप्टर की मदद से निकाला गया और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन में रह रहे प्रवासी केरलवासी अपने-अपने प्रियजन की मदद की खातिर टीवी चैनलों के माध्यम से अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं।
राज्यों ने किया आर्थिक मदद का ऐलान
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बाढ़ग्रस्त केरल के लिए दस करोड़ रूपये की तत्काल सहायता मुहैया कराने का ऐलान किया है. सरकारी बयान में कहा गया है कि पांच करोड़ रूपया पंजाब मुख्यमंत्री राहत कोष से केरल मुख्यमंत्री राहत कोष में अंतरण किया जा रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ से तबाह केरल के लिए आज 10 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी 25 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है.।आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने भी दस करोड़ रुपये की मदद देने का ऐलान किया है।
50 हजार से अधिक परिवार राहत शिविर में
विजयन ने रक्षा मंत्री निर्माला सीतारमण से भी बात की और बताया कि हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं। 50,000 से अधिक परिवारों से 2.23 लाख लोग राहत शिविरों में शरण लिये हुए हैं. कुछ जगहों पर बारिश थोड़ी थमी है लेकिन पथनमथिट्टा, अलपुझा, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिले अब भी मानसूनी संकट से जूझ रहे हैं।
यातायात प्रभावित
अलुवा, कालाडी, पेरुम्बवूर, मुवाट्टुपुझा एवं चालाकुडी में फंसे लोगों को निकालने के कार्य में मदद के इरादे से स्थानीय मछुआरे भी अपनी-अपनी नौकाएं लेकर बचाव अभियान में शामिल हुए हैं. कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के रनवे पर बाढ़ का पानी आ जाने के कारण विमानों का परिचालन बंद है. सूत्रों ने बताया कि कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है और उनके समय में परिवर्तन किया गया है. बहरहाल अब तक कोच्चि मेट्रो की सेवाएं बाधित नहीं हुई हैं। मौसम विभाग ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश एवं तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान जताया है।
बीमा भुगतान के निर्देश
केरल में जारी बारिश और बाढ़ के कारण बीमा नियामक इरडा ने आज सभी कंपनियों को विशेष शिविर स्थापित करने और बीमा दावों का तत्काल भुगतान करने को कहा। भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) ने इस संबंध में बीमा और गैर-बीमा कंपनियों दोनों को निर्देश जारी किया है और प्रगति की रिपोर्ट देने को कहा है।