कोलकाता में एक रैली के दौरान विपक्षी एकता के प्रदर्शन पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनका “महागठबंधन” भ्रष्टाचार, नकारात्मकता और अस्थिरता का एक गठबंधन है। मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बूथ-स्तरीय कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष आगामी चुनावों में हार के डर से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में छेड़छाड़ जैसे बहाने बना रहा है।
कई विपक्षी पार्टियों के नेता शनिवार को कोलकाता में एकत्र हुए थे और उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव एक साथ मिलकर लड़ने और मोदी को सत्ता से बेदखल करने की प्रतिबद्धता जताई थी। विपक्ष के कई नेताओं ने रैली में ईवीएम की जगह मतपत्रों का इस्तेमाल किये जाने की मांग की थी। उन्होंने ईवीएम को “सभी प्रकार की गड़बड़ियों” का कारण बताया था।
मोदी ने कहा, विपक्ष का महागठबंधन भ्रष्टाचार, नकारात्मकता और अस्थिरता का गठबंधन है। विपक्ष के पास ‘धनशक्ति’ हैं, और हमारे पास ‘जनशक्ति’ है। उन्होंने गोवा के बीमार मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और उन्हें “गोवा का आधुनिक निर्माता” बताया।
गोवा खनन पर बोले मोदी – केंद्र ‘न्यायिक समाधान’ तलाश रहा है
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र गोवा के खनन क्षेत्र के लिये “न्यायिक समाधान” तलाश रहा है। उच्चतम न्यायालय द्वारा खनन पट्टे रद्द किये जाने और लौह अयस्क निकालने पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद पिछले साल मार्च से इस क्षेत्र में ठहराव आ गया है। उन्होंने कहा कि वह राज्य में खनन संकट और खनन उद्योग पर आश्रित लोगों पर इसके प्रतिकूल असर से वाकिफ हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “(राज्य में) खनन क्षेत्र में कार्यरत लोग चिंतित हैं और ऐसा सोचना उनके लिये स्वाभाविक भी है। इस समस्या के लिये जो भी न्यायसंगत समाधान हो, हम उस पर काम करेंगे।” उन्होंने बताया कि इस संबंध में विशेषज्ञों से भी राय मांगी गई है। उन्होंने कहा, “हम लोग इसका (मुद्दा सुलझाने का) तरीका तलाश रहे हैं। केंद्र और राज्य की सरकार के साथ सांसद भी इस दिशा में काम कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “हम लोग गरीबों की आजीविका बचाना चाहते हैं। मैं सोशल मीडिया पर भी नजर रखे हुए हूं। मैं कहना चाहता हूं कि यह संकट उच्चतम न्यायालय की वजह से पैदा हुआ है। हमलोग इसका समाधान तलाशने की कोशिश करेंगे क्योंकि यह (खनन) गोवा की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है।”