प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज देर रात दक्षिण कोरिया की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर रवाना हो गए। श्री मोदी दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के निमंत्रण पर वहां गए हैं। उनकी दक्षिण कोरिया की यह दूसरी यात्रा है। वह गुरुवार को वहां की राजधानी सोल पहुंचेंगे और 22 फरवरी को सोल शांति पुरस्कार सांस्कृतिक प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्हें उनके राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय जगत में योगदान के लिए अत्यंत प्रतिष्ठित सोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री श्री मून के साथ शिखर बैठक करेंगे।
रवाना होने से पूर्व प्रधानमंत्री ने दक्षिण कोरिया को भारत का एक महत्वपूर्ण मित्र बताते हुए कहा कि भारत उसके साथ अपने संबंधों को नयी ऊंचाईंयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘हम कोरिया गणराज्य को महत्त्वपूर्ण मित्र मानते हैं। उसके साथ हमारे विशेष रणनीतिक संबंध हैं।
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हम अपने संबंधों को दोनों देशों के नागरिकों की समृद्धि और शांति के लिए भविष्योन्मुखी साझेदारी की दिशा में आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ और दक्षिण कोरिया की ‘न्यू सदर्न नीति’ से हमारे संबंधों की गहराई और विविधता प्रगाढ़ हुई है।
श्री मून अपनी पत्नी किम जुंग-सुक के साथ पिछले साल जुलाई में भारत आये थे। श्री मोदी प्रमुख कारोबारियों, भारतीय समुदाय के लोगों तथा विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों से भी मुलाकात करेंगे। यह पाँच साल के कार्यकाल में उनकी दूसरी दक्षिण कोरिया यात्रा और श्री मून के साथ दूसरी शिखर वार्ता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और दक्षिण कोरिया क्षेत्रीय तथा वैश्विक शांति पर समान सोच रखते हैं और उनके मूल्यों में भी समानता है। हमारी आवश्यकताएँ और मजबूती एक-दूसरे के पूरक हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और स्वच्छ भारत मिशन जैसी पहलों में दक्षिण कोरिया हमारा महत्त्वपूर्ण साझेदार है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हमारा सहयोग उत्साहजनक है। हम मूलभूत विज्ञान से लेकर विज्ञान के अद्यतन क्षेत्र में मिलकर अनुसंधान कर रहे हैं।’’
श्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध हमारी मित्रता की आधारशिला है। पिछले साल नवंबर में अयोध्या के दीपोत्सव में श्री मून ने अपनी पत्नी को विशेष प्रतिनिधि के रूप में भेजकर भारत के लोगों के दिलों को छू लिया।
श्री मोदी ने विश्वास जताया कि उनके दक्षिण कोरिया दौरे से दोनों देशों की इस महत्वपूर्ण साझेदारी को और मजबूती प्रदान करने में मदद मिलेगी।