राजस्थान सरकार ने सरकारी स्कूलों, मदरसों आदि में पढ़ने वाले करीब 62 लाख बच्चों के लिये अन्नपूर्णा दूध योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दहमीकलां के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में जयपुर के विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों को अपने हाथों से गर्म दूध पिलाकर अन्नपूर्णा दूध योजना की पूरे प्रदेश में शुरूआत की।
उन्होंने कहा कि अब से 8वीं कक्षा तक के सभी सरकारी स्कूलों, मदरसों आदि में पढ़ने वाले हर बच्चे को सप्ताह में तीन दिन ताजा, शुद्ध और पौष्टिक गर्म दूध मिलेगा। अन्नपूर्णा दूध योजना के राज्य स्तरीय शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित करते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि यह योजना हमारे खुशहाल और स्वस्थ भविष्य की नींव है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों, मदरसों आदि में पढ़ने वाले करीब 62 लाख बच्चों के लिए सरकार ने अन्नपूर्णा दूध योजना शुरू की है। जब ये बच्चे मिड-डे मील के साथ दूध पीकर स्वस्थ बनेंगे, तो हमारा आने वाला कल बेहतर होगा।
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि मैं भी एक मां हूं और मैं जानती हूं कि अपने बच्चे को तंदुरूस्त देखने का सुख क्या होता है। उन्होंने इस योजना में महिला दुग्ध उत्पादक समितियों के जरिए दूध की आपूर्ति को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।
उन्होंने महिला दुग्ध उत्पादक समितियों से जुड़ी महिलाएं को दूध की गुणवत्ता बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अब मिड-डे मील योजना के साथ अन्नपूर्णा दूध को जोड़ने से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के पोषण स्तर में सुधार तो होगा ही, स्कूलों में नामांकन और ठहराव भी बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने ऎसे कई काम किए हैं, जिनसे राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। बड़ी संख्या में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरा गया है। प्रत्येक पंचायत में आदर्श विद्यालयों से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आया है।