राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए आज हुए चुनाव में कांग्रेस को एक बार फिर झटका लगा। एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह ने कांग्रेस के बीके प्रसाद को हराकर राज्यसभा के उपसभापति की सीट पर कब्जा किया। हरिवंश के पक्ष में कुल 125 वोट पड़े तो वहीं बीके हरिप्रसाद के हक में कुल 105 वोट पड़े। वोटिंग में कुल 222 सांसदों ने हिस्सा लिया। हरिवंश सिंह जेडीयू से राज्यसभा के सांसद हैं। विपक्ष में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने हरिवंश नारायण सिंह ने बधाई दी।
राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू ने जैसे ही हरिवंश सिंह की जीत का ऐलान किया तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें उनकी सीट पर जाकर बधाई दी। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी उन्हें जीत की बधाई दी, और साथ में काम करने की अपील जताई।
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए उपसभापति चुनाव के नतीजों के बाद कहा कि अगस्त क्रांति में बलिया की बड़ी भूमिका थी। हरिवंश से भी उसी बलिया से आते हैं। पीएम मोदी ने अरुण जेटली के राज्यसभा में वापस आने पर भी बधाई दी। PM ने कहा कि हरिवंश सिंह कलम के धनी हैं, उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में भी काफी बढ़िया काम किया। वह हमेेशा से गांव से जुड़े रहे, उन्हें कभी शहर की चकाचौंध नहीं अच्छी लगी। एनडीए के पास के बहुमत का आंकड़ा कम था, लेकिन अंतिम मौके पर कुछ दलों ने एनडीए को समर्थन करने का ऐलान किया जिससे पूरा खेल ही पलट गया।
राज्यसभा में उपसभापति चुनाव के लिए दो बार वोटिंग हुई। पहली बार में हरिवंश को 115 तो दूसरी बार में 122 वोट मिले। पहली बार कुछ वोट ठीक तरीके से ना हो पाने के कारण दोबारा वोटिंग हुई। ओडिशा की BJD, तमिलनाडु की AIADMK और तेलंगाना से TRS ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपील पर एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश सिंह का साथ दिया. ऐसे में विपक्ष की उम्मीदों को करारा झटका लगा।
एनडीए राज्यसभा में जादुई आंकड़े से कम थी। इस चुनाव में बीजेडी के 9 सांसद किंग मेकर की भूमिका में रही। राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव की घोषणा के बाद पीएम मोदी और जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवीन पटनायक से फोन पर बात कर एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश के लिए समर्थन मांगा। पीएम मोदी और नीतीश कुमार ने नवीन पटनायक से फोन पर बात करके समर्थन के लिए बात की तब तक विपक्ष अपना उम्मीदवार तय ही नहीं कर पाया था। इसका नतीजा हुआ कि एनडीए विपक्ष में सेंध लगाने में कामयाब हो गई।
बता दें कि हाल ही में सेवानिवृत्त हुए उपसभापति पी. जे. कुरियन का कार्यकाल पिछले महीने यानी जुलाई में समाप्त हो गया था। 245 सदस्यीय राज्यसभा में इस समय 244 सदस्य हैं जबकि 1 सीट खाली है। मौजूदा 244 सदस्यीय उच्च सदन में उपसभापति चुनाव को जीतने के लिए 123 मतों की जरूरत थी।
एनडीए के पास 95 सांसद हैं। एआईएडीएमके, बीजेडी, टीआरएस सहित कुछ निर्दलीय और मनोनीत सांसदों को मिलाकर आंकड़ा 124 हो जाती है जो बहुमत से एक वोट ज्यादा था। वहीं विपक्ष में यूपीए के पास 61 सांसद हैं। टीएमसी, बसपा और टीडीपी जैसे दलों को मिलाकर आंकड़ा 104 हो जाता है।
अविश्वास प्रस्ताव की ही बात करें तो उसमें एआईएडीएमके के समर्थन से एनडीए को 330 वोट मिले थे जबकि विपक्ष को 135 वोट मिले थे, जो विपक्ष की उम्मीद से काफ़ी कम थे।
राज्यसभा में उपसभापति के चुनाव की घोषणा के साथ ही सोमवार को पब्लिक अकाउंट समिति (PAC) के लिए राज्यसभा से सदस्यों के चुनाव में विपक्ष की रणनीति ने सरकार को चौंका दिया था। इसमें कांग्रेस के समर्थन से टीडीपी के सीएम रमेश को सबसे ज्यादा 110 वोट मिले थे। जबकि वहीं बीजेपी के सांसद भूपेन्द्र यादव को 69 वोट मिले और जेडीयू सांसद और वर्तमान में एनडीए के उपसभापति पद के उम्मीदवार हरिवंश को सिर्फ 26 वोट मिले थे और हरिवंश को हार का सामना करना पड़ा था।
कौन हैं हरिवंश:
बिहार CM नीतीश कुमार के क़रीबी
जेडीयू के राज्यसभा सांसद हैं
पत्रकार और बैंकर भी रहे हैं
25 साल प्रभात ख़बर के संपादक रहे
पूर्व PM चंद्रशेखर से भी जुड़े थे
उनके अतिरिक्त सूचना सलाहकार थे
कौन हैं बीके हरिप्रसाद:
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव
कर्नाटक से राज्यसभा सांसद
1990 में पहली बार राज्यसभा पहुंचे