ग्वालियर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि युवा वर्ग देश की चार अलग-अलग तरह की राजनीतिक परंपराओं नामपंथी, वामपंथी, दाम और दमनपंथी एवं विकासपंथी को समझे और फिर तय करें कि इनमें से किस के हाथों में देश जाना चाहिए।
श्री मोदी मध्यप्रदेश के ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी विवेक शेजवलकर के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की विकास की गति चार अलग-अलग तरह की राजनीतिक परंपराओं के हाथ में है। नामपंथी यानी जो रात-दिन अपने वंशवादी नेता का नाम जपे। पार्टी में किसी सामान्य कार्यकर्ता को आगे ना बढने दे। वामपंथी वे हैं, जिन्होंने पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और केरल को बर्बाद कर दिया। जो बेजान विदेशी विचारधारा को भारत में जिंदा करने की कोशिश करे और इस क्रम में हिंसा का सहारा ले।
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दाम और दमनपंथी को परिभाषित करते हुए उन्होंने कहा कि जो धन और गन से सत्ता पर कब्जा करना चाहे। चौथी विचारधारा विकासपंथी है, जो भारतीय जनता पार्टी जैसे दलों की है। जिनके लिए देश का विकास सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पहली बार वोट करने वालों का वोट तय करेगा कि देश में कौनसी विचारधारा आनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस दुनिया के बड़ नेताओं को गरीबी दिखाने के लिए भारत बुलाती थी। उन्होंने देश की छवि सांप सपेरे वाले देश की बना दी और वो आज भी सांप संपेरों से आगे नहीं बढ़ पाते। उन्होंने कहा कि अब विदेशी मेहमान राष्ट्र का गौरव देखने यहां आते हैं।
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि चार चरणों के चुनाव में कांग्रेस चारों खाने चित्त हो चुकी है। इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए हमले बोले।