दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपने-अपने नामांकन दाखिल कर दिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से नामांकन भरा। यहां उनका मुकाबला बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी (आप) के दिलीप पांडे से होगा।
अजय माकन ने नयी दिल्ली संसदीय सीट से नामांकन दाखिल किया। बीजेपी ने इस सीट पर मौजूदा सांसद मीनाक्षी लेखी को उतारा है तो आप के उम्मीदवार ब्रजेश गोयल हैं। शीला दीक्षित ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा ‘‘ यह क्षेत्र मेरी भावनाओं से जुड़ा हुआ है। इस क्षेत्र में मैंने दिल्ली में अपना राजनीतिक जीवन शुरु किया, जो भी यहां मेरे मुकाबले में खड़े है मेरे लिए चुनौती है और यह बात कोई मायने नहीं रखती कि वह किस पार्टी का उम्मीदवार है। हम चुनाव लड़गें और जीतेंगे।’’
आप के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने के बारे में शीला दीक्षित ने कहा‘‘ गठबंधन की बातचीत अब पूरी तरह खत्म हो चुकी है।’’ उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया और यहां 2009 में पहली बार चुनाव हुआ। इस संसदीय क्षेत्र का बड़ा हिस्सा पहले पूर्वी दिल्ली के तहत था। शीला दीक्षित 1998 में पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड़ी थीं और बीजेपी के लाल बिहारी तिवारी से चुनाव हार गई थीं।
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वर्ष 2004 में दिल्ली की सातों सीटों पर जीत हासिल करने वाली कांग्रेस 2009 में बीजेपी से सातों सीटें गंवा बैठी थी। कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को पूर्वी दिल्ली, महाबल मिश्रा को पश्चिम दिल्ली और दिल्ली की एकमात्र सुरक्षित सीट उत्तर पश्चिमी दिल्ली से प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलौठिया को उतारा है। पार्टी ने जय प्रकाश अग्रवाल को चांदनी चौक से टिकट दिया है। दक्षिण दिल्ली से कांग्रेस ने ओलंपिक पदक विजेता मशहूर बॉक्सर विजेंदर सिंह को मैदान में उतारा है। हरियाणा पुलिस में पुलिस उपाधीक्षक सिंह ने इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा है।