अंतर्राष्ट्रीय प्रवास संगठन (आईओएम) ने बुधवार को बताया कि दो नावों में सवार 45 प्रवासियों की मौत हो गई है, जबकि 111 लोग लापता हैं।
दोनों नाव में 310 प्रवासी सवार
अंतर्राष्ट्रीय प्रवास संगठन (आईओएम) ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि यह हादसा उस समय हुआ, जब यमन की दो नावों में सवार प्रवासी यमन से जिबूती जा रहे थे। इसी दौरान तस्करों ने प्रवासियों को जबरन समुद्र में उतार दिया। इस घटना के वक्त दोनों नाव में 310 प्रवासी सवार थे।
हादसे की जगह लाल सागर के बंदरगाह शहर मोचा के पास बताई
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने हादसे की जगह लाल सागर के बंदरगाह शहर मोचा के पास बताई है। यमन के नाव संचालकों ने प्रवासियों को बीच समुद्र में पहुंचने के बाद उन्हें जबरन उतरने पर मजबूर किया। एक महिला डूब गई, लेकिन उसका 4 महीने का बच्चा और पहली नाव में सवार 98 अन्य लोग बच गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने यमन के तट रक्षक सूत्रों के हवाले से बताया कि अधिकतर प्रवासी यमन से लौट रहे इथियोपियाई थे।
प्रवासियों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू
अंतर्राष्ट्रीय प्रवास संगठन के मुताबिक, घटना की सूचना मिलने के बाद प्रवासियों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि एक नाव में 100 प्रवासी और दूसरी नाव में 210 प्रवासी सवार थे।
98 लोगों को किया गया रेस्क्यू
उन्होंने कहा कि दोनों नाव में सवार प्रवासी यमन से पूर्वी अफ्रीकी देश जिबूती जा रहे थे। करीब 98 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। लापता लोगों की तलाश में बचाव अभियान अभी भी जारी है।
बता दें कि इस घटना से पहले आईओएम ने 2024 में जिबूती के तट पर 124 लोगों की मौत की घटनाएं दर्ज की है।