चुनाव आयोग ने रविवार को कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले फर्जी खबरों (फेक न्यूज) पर नजर रखने और अभद्र भाषा के इस्तेमाल पर लगाम लगाने के लिए सोशल मीडिया साइटें ‘‘तथ्यों की जांच-परख करने वालों’’ को तैनात करेगी।
चुनाव कार्यक्रम की यहां घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि सोशल मीडिया के हर प्लैटफॉर्म ने ऐसा तंत्र बनाया है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान सिर्फ उन्हीं राजनीतिक विज्ञापनों को स्वीकार किया जाएगा, जो पहले से प्रमाणित हों। वे इस मद में हुए खर्च का ब्योरा भी चुनाव अधिकारियों से साझा करेंगे।
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अरोड़ा ने कहा कि चुनावों के दौरान हर प्रमुख राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय न्यूज चैनलों पर चुनाव प्रबंधन से जुड़े सभी समाचारों पर पैनी नजर रखी जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘कोई अप्रिय घटना होने या किसी कानून का उल्लंघन होने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।’’