श्रीलंका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। श्रीलंका पोडुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) ने अपने उम्मीदवार के रूप में राजपक्षे परिवार के 38 वर्षीय नमल राजपक्षे को नामित किया है। पार्टी के महासचिव सागर करियावासम ने नमल राजपक्षे की उम्मीदवारी की घोषणा पार्टी कार्यालय में एक समारोह के दौरान की। नमल, पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बेटे हैं, जो 2005 से 2015 तक श्रीलंका के राष्ट्रपति रहे। एसएलपीपी ने नमल के नाम की घोषणा उस समय की है जब राजपक्षे की पार्टी के 100 से अधिक सांसद रानिल विक्रमसिंघे की राष्ट्रपति पद की निर्दलीय उम्मीदवारी के बाद उनके साथ जा चुके थे।
नमल राजपक्षे की एंट्री ने राष्ट्रपति चुनाव को चार कोणीय मुकाबला बना दिया है। राष्ट्रपति पद की दौड़ में अब नमल राजपक्षे के साथ-साथ रानिल विक्रमसिंघे, मुख्य विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा और मार्क्सवादी जेवीपी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके भी शामिल हैं।
बताते चलें कि 2022 में गोटाबाया राजपक्षे के शेष कार्यकाल को संभालने के लिए राजपक्षे परिवार ने रानिल विक्रमसिंघे को समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1948 में ब्रिटेन से आजादी पाने के बाद, अप्रैल 2022 में द्वीप राष्ट्र श्रीलंका ने अपना पहला संप्रभु डिफॉल्ट घोषित किया। देश में महंगाई और अन्य तनाव के कारण गृहयुद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिसके चलते गोटाबाया को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा।
आज का यह पूरा घटनाक्रम ऐसे समय में आया है, जब राजपक्षे की पार्टी के 100 से ज्यादा सांसद रानिल विक्रमसिंघे के राष्ट्रपति पद की निर्दलीय उम्मीदवारी घोषित करने के बाद उनके साथ जा चुके हैं। ऐसे में एसएलपीपी ने विक्रमसिंघे का समर्थन करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की कसम खाई है। पार्टी ने नमल को लेकर देर से फैसला लिया। पसंदीदा उम्मीदवार और बिजनेस टाइकून धम्मिका परेरा ने बताया कि स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के कारण वह राष्ट्रपति चुनाव लड़ने में असमर्थ थे।