श्रीनगर : कश्मीर घाटी में कुछ युवकों द्वारा किये गये पथराव में सिर में चोट लगने से घायल हुए सेना के एक जवान की शुक्रवार को यहां अस्पताल में मौत हो गयी।
सेना के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘सिपाही राजेंद्र सिंह गुरुवार को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के काफिले को सुरक्षा प्रदान करने वाले क्यूआरटी दल में शामिल थे।
शाम करीब छह बजे जब काफिला एनएच-44 के पास अनंतनाग बाईपास तिराहे से गुजर रहा था तो कुछ युवकों ने वाहन पर पथराव किया और सिर पर एक पत्थर लगने से सिंह घायल हो गये।’’
अधिकारी ने बताया कि सिंह को तत्काल प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की गयी और 92 बेस अस्पताल पहुंचाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
उत्तराखंड के बडेना गांव निवासी सिंह 2016 में सेना में भर्ती हुए थे और उनके परिवार में उनके माता-पिता हैं। सेना ने शुक्रवार को उन्हें तथा दो अन्य जवानों- लांस नायक ब्रजेश कुमार, सिपाही एनगमसियामलियाना को श्रद्धांजलि दी।
दोनों जवान कश्मीर घाटी में अलग अलग आतंकवाद-निरोधक अभियानों में मारे गये थे। अधिकारी ने कहा, ‘‘बदामीबाग छावनी इलाके में एक समारोह में सेना की चिनार कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट और सभी अधिकारियों ने गौरवान्वित देश की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि दी।’’
अब सोशल मीडिया पर लोग पत्थर बाजों के लिए खूब लानतें भेज रहे है जो खाते हमारे देश का है पर गाते और समर्थन आतंकियों और पाकिस्तान का करते है , इस पत्थर बाजों के साथ भी वही सलूक होना चाहिए जो आतंकियो के साथ होना चाहिए।