आयकर (IT) विभाग के जांच दलों ने तमिलनाडु में राजमार्ग निर्माण के काम में लगी एक कंपनी एवं उसकी सहयोगी कंपनियों के 20 से अधिक परिसरों की तलाशी ली और भारी मात्रा में नकदी एवं सोना जब्त किया। आयकर सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
वैसे सूत्रों ने यह नहीं बताया कि यह जब्ती कितने की है लेकिन अपुष्ट रिपोर्ट के अनुसार यह करीब 100 करोड़ रुपये मूल्य की है। आयकर जांच विभाग के सूत्रों ने बताया कि विभाग को पैसों के असामान्य लेन-देन की खबर मिली थी जिसके बाद कर चोरी के संदेह में तलाशी ली गयी। नकद और सोने का मूल्यांकन किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार नोटबंदी से पहले और उसके बाद संदिग्ध गतिविधियों की सतत निगरानी के बाद कर छापे डाले गये है और इस काम में तमिलनाडु पुलिस ने मदद की। कंपनी के कर रिटर्न की जांच से भी सत्यापन प्रक्रिया में गड़बड़ी का खुलासा हुआ। अतीत में कर अधिकारियों द्वारा ऐसी तलाशी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की मदद से की गयी है।
सूत्रों के मुताबिक यह कंपनी मुख्य नागरिक कार्य अनुबंधकर्ता है और संदेह है कि उसका राजनीतिक रुप से प्रभावशाली लोगों के साथ संबंध है। उसने राजमार्गों और लोक निर्माण समेत राज्य सरकार की विभिन्न परियोजनाएं क्रियान्वित की है। चेन्नई, मदुरै, अरुप्पुकोट्टाई और वेल्लूर समेत कई शहरों में 22 परिसरों की सोमवार सुबह तलाशी शुरू हुई। बाद में चार और स्थानों की तलाशी ली गयी।